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शेफ़ाली जरीवाला केस: ग्लैमरस इंडस्ट्री में एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट का खतरनाक सच

Published on July 8, 2025 by Priti Kumari

मुंबई – मशहूर अभिनेत्री शेफ़ाली जरीवाला की अचानक हुई मौत ने फिल्म इंडस्ट्री और फैंस को गहरा झटका दिया है। मात्र 42 वर्ष की उम्र में अभिनेत्री का यूं अचानक दुनिया को अलविदा कह देना कई सवाल खड़े कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, शेफ़ाली एंटी-एजिंग दवाएं और इंजेक्शन ले रही थीं, जो उनकी मौत का संभावित कारण हो सकता है।

मौत से पहले क्या हुआ?

पुलिस जांच के अनुसार, 27 जून की दोपहर शेफ़ाली ने एक इंजेक्शन लिया था, जो संभवतः एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट से जुड़ा हुआ था। इंजेक्शन लेने के बाद उनकी सेहत अचानक बिगड़ने लगी, ब्लड प्रेशर तेजी से गिरा और शरीर में ठिठुरन होने लगी।

परिवार उन्हें अंधेरी स्थित बेलेव्यू मल्टीस्पेशिएलिटी अस्पताल ले गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए कूपर अस्पताल भेजा गया।

पुलिस ने बताया कि अंबोली थाने में केस दर्ज कर 10 से अधिक लोगों के बयान लिए गए हैं, जिनमें शेफ़ाली के पति, माता-पिता और घरेलू सहायक भी शामिल हैं।

 क्या है एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट?

एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें उम्र के असर को कम करने के लिए बोटॉक्स, डर्मल फिलर्स, ग्लूटाथियोन इंजेक्शन आदि का इस्तेमाल किया जाता है।

  • बोटॉक्स: मांसपेशियों को अस्थायी रूप से रिलैक्स करता है जिससे चेहरे की झुर्रियां कम हो जाती हैं।

  • डर्मल फिलर्स: त्वचा के अंदर इंजेक्ट कर के कोलेजन की मात्रा बढ़ाते हैं।

  • ग्लूटाथियोन इंजेक्शन/टैबलेट्स: स्किन को उजला करने के लिए उपयोग किया जाता है, हालांकि ये FDA अप्रूव्ड नहीं है।

 एक्सपर्ट्स की राय

डॉ. ऋषि पराशर, (चेयरमैन, सर गंगाराम अस्पताल):"इन ट्रीटमेंट्स को सिर्फ़ पंजीकृत त्वचा विशेषज्ञ की निगरानी में ही किया जाना चाहिए।"

डॉ. अंजू झा, (सीनियर डर्मटोलॉजिस्ट, कैलाश अस्पताल):"ग्लूटाथियोन से एलर्जी, स्टीवन जॉनसन सिंड्रोम जैसी गंभीर स्थितियां हो सकती हैं, जो दुर्लभ तो हैं, लेकिन जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।"

 सेलिब्रिटीज़ की प्रतिक्रिया

शेफ़ाली की मौत के बाद मल्लिका शेरावत और करीना कपूर जैसी अभिनेत्रियों ने बोटॉक्स और फ़िलर्स के खिलाफ अपने विचार साझा किए हैं।

मल्लिका शेरावत ने इंस्टाग्राम वीडियो में कहा:“मैं बिना मेकअप, बिना फ़िल्टर के हूं… हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाइए और बोटॉक्स को ना कहिए।”

करीना कपूर ने एक इंटरव्यू में कहा:“मैं बोटॉक्स के खिलाफ हूं, मैं प्राकृतिक तरीके से खुद को संभालना पसंद करती हूं।”

 कितना सुरक्षित है यह ट्रीटमेंट?

यूएस CDC की एक रिपोर्ट (अप्रैल 2024) के अनुसार, बोटॉक्स लेने वाली 22 महिलाओं में गंभीर दुष्प्रभाव देखे गए, जिनमें से 6 की स्थिति नर्वस सिस्टम तक प्रभावित होने जैसी गंभीर पाई गई।इस रिपोर्ट में बताया गया कि अधिकतर मामलों में महिलाएं बिना लाइसेंस वाले क्लीनिक या अप्रशिक्षित व्यक्तियों से ट्रीटमेंट ले रही थीं।

 जांच जारी, मौत की वजह स्पष्ट नहीं

हालांकि अभी तक शेफ़ाली जरीवाला की मौत के पीछे एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट को कारण मानना जल्दबाज़ी होगी। फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम के नतीजे आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी।

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