"व्रत का मतलब सिर्फ भूखा रहना नहीं होता, बल्कि खुद को भीतर से शुद्ध करना होता है।"
सावन के महीने में जब शिवभक्ति का रंग पूरे देश में चढ़ा होता है, तब बहुत से लोग पूरे महीने या हर सोमवार व्रत रखते हैं। लेकिन एक सवाल जो हर बार सामने आता है — व्रत में आखिर खाएं क्या? ताकि न केवल पूजा ठीक से हो, बल्कि सेहत भी बनी रहे।
इस लेख में हम न सिर्फ आपको बताएंगे कि क्या खाएं और क्या न खाएं, बल्कि यह भी समझाएंगे कि किचन में क्या-क्या चीजें आपके व्रत को सेहतमंद और स्वादिष्ट बना सकती हैं।
व्रत में क्या खाएं – पेट भरे, मन ना उबे
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साबूदाना – एनर्जी का खजाना
साबूदाना खिचड़ी हो या वड़ा – ये पेट को भारी नहीं करता और लंबे समय तक ऊर्जा देता है। -
मखाने – कुरकुरे, हेल्दी और स्वाद में लाजवाब
मखानों को घी में भूनकर हल्का नमक डालें, बस हो गया परफेक्ट स्नैक। -
कुट्टू/सिंघाड़े का आटा – व्रत का ऑलराउंडर
इससे बनी रोटियां, पराठे या हलवा – सब कुछ स्वादिष्ट होता है। ऊपर से ये ग्लूटन फ्री भी होता है! -
फल और सूखे मेवे – नेचुरल मिठास, भरपूर पोषण
केला, सेब, अनार, पपीता — ये सब आपको एनर्जी भी देंगे और शरीर को डिटॉक्स भी करेंगे। -
दूध, दही और पनीर – व्रत का प्रोटीन पैक
थोड़ी सी पनीर टिक्की सेंधा नमक में बना लें — स्वाद भी और ताकत भी।
व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए – मन करे तो भी थोड़ा कंट्रोल ज़रूरी
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प्याज और लहसुन: ये तामसिक माने जाते हैं और व्रत की शुद्धता को तोड़ते हैं।
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रेगुलर नमक: इसकी जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करें — हल्का भी होता है और व्रत में मान्य भी।
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मैदा, बिस्किट या पैकेट वाले स्नैक्स: ये शरीर को आलसी और पाचन को धीमा कर सकते हैं।
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तेज मसाले और चाय का ज़्यादा सेवन: इससे डिहाइड्रेशन और एसिडिटी हो सकती है।
भगवान शिव को क्या भोग लगाएं?
सावन में भगवान शिव को बेलपत्र, पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल) और सफेद मिठाइयों का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
फल और सादा दूध भी अर्पित किया जा सकता है। और हां, मन साफ हो तो भोग से पहले भी मन का भोजन ज़रूरी है – यानी सच्ची श्रद्धा।