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बंगाल के प्रवासी मज़दूरों की गिरफ़्तारी के खिलाफ ममता बनर्जी की अगुवाई में कोलकाता में रैली आज

Published on July 16, 2025 by Vivek Kumar

कोलकाता, 16 जुलाई 2025 – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद अभिषेक बनर्जी बुधवार को कोलकाता में एक बड़ी रैली की अगुवाई करेंगे। यह रैली उन बंगाली प्रवासी मज़दूरों की कथित अवैध गिरफ़्तारी के खिलाफ है, जिन्हें भाजपा-शासित राज्यों में 'बांग्लादेशी घुसपैठिया' बताकर हिरासत में लिया गया।

क्या है मामला?

TMC ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले से गए 8 निर्माण मज़दूरों को छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिस ने बिना किसी वैध कारण के गिरफ़्तार किया। पार्टी का कहना है कि इन लोगों के पास सभी जरूरी दस्तावेज मौजूद थे, फिर भी उन्हें विदेशी बताकर हिरासत में लिया गया।

TMC ने X (पहले ट्विटर) पर लिखा:

“बस्तर में काम कर रहे 8 मज़दूरों को जबरन उठा लिया गया, उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए और उन्हें जेल में डाल दिया गया। न परिवार को सूचना दी गई, न बंगाल सरकार को। यह एक राज्य प्रायोजित अपहरण है। भाजपा को चेतावनी है: हमारे लोगों को निशाना बनाना बंद करें।”

छत्तीसगढ़ पुलिस की सफाई

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव पुलिस अधीक्षक अक्षय कुमार के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि सभी 8 मज़दूरों को सोमवार शाम को रिहा कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि उन्हें दस्तावेज न दिखा पाने के कारण हिरासत में लिया गया था।

अन्य राज्यों में भी इसी तरह की घटनाएं

TMC नेताओं ने बताया कि इसी तरह की घटनाएं महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों में भी हुई हैं। कुछ मज़दूरों को तो बांग्लादेश भेज दिया गया, जिन्हें जून में वापस लाया गया।

पूर्व सांसद पार्थ प्रतिम रॉय ने कहा:

“दिल्ली में काम कर रहे एक व्यक्ति, सिरोज आलम मियां को हाल ही में हिरासत में लिया गया। मैं इस परिवार को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं।”

TMC ने दिल्ली में हिरासत में लिए गए दो प्रवासी परिवारों (जिनमें दो नाबालिग शामिल हैं) को लेकर भी कलकत्ता हाई कोर्ट में सुनवाई की बात कही है।

असम के मुख्यमंत्री और TMC में जुबानी जंग

इस मुद्दे पर TMC ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ भी कोचबिहार में एफआईआर दर्ज करवाई है। TMC का आरोप है कि वे बंगाली बोलने वाले भारतीय नागरिकों को टारगेट कर रहे हैं।

सरमा ने जवाब में कहा:

“हम सिर्फ बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के खिलाफ हैं। TMC इस मुद्दे को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है ताकि मुस्लिम घुसपैठियों को बचाया जा सके।”

इसके जवाब में TMC के सोशल मीडिया प्रमुख देबांग्शु भट्टाचार्य ने लिखा:

“अगर आप सिर्फ अवैध मुस्लिमों के खिलाफ हैं, तो NRC में बाहर किए गए 19.6 लाख में से 12 लाख हिंदू बंगाली क्यों थे? क्या भाषा ही समस्या है?”

TMC का केंद्र पर भी हमला

TMC ने एक वीडियो शेयर कर केंद्र सरकार से सवाल किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधार कार्ड को ‘सशक्तिकरण का प्रतीक’ बता रहे हैं। पार्टी ने पूछा:“अगर आधार UIDAI द्वारा जारी होता है, तो बंगालियों को ‘फर्जी पहचान पत्र’ रखने वाला कहकर आप किसे दोष दे रहे हैं? क्या अब आधार भी ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा’ बन गया है?”

राजनीतिक गर्मी तेज, 2026 विधानसभा चुनाव नज़दीक

TMC के मुताबिक, ये सब कुछ 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले बंगाली मतदाताओं को डराने और भाजपा की वोटबैंक राजनीति का हिस्सा है।

आज की रैली से ममता बनर्जी ने एक बार फिर यह संकेत दिया है कि TMC अपने नागरिकों के अधिकारों और गरिमा को लेकर किसी भी स्तर तक संघर्ष करने को तैयार है।

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