नई दिल्ली, 16 जुलाई 2025
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में 2025-26 सत्र के लिए अंडरग्रेजुएट कोर्सों में दाखिले की प्रक्रिया जोरों पर है और इस बार एक बार फिर कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम का बोलबाला रहा। विश्वविद्यालय के CSAS (Common Seat Allocation System) पोर्टल पर 3 लाख 5 हजार से अधिक छात्रों ने आवेदन किया, जिसमें से करीब 2.4 लाख छात्रों ने कोर्स व कॉलेज की प्राथमिकताएं सबमिट कीं।
Most Preferred Courses (सबसे ज़्यादा पसंद किए गए कोर्स)
छात्रों की पसंद में इस बार B.Com (ऑनर्स) शीर्ष पर रहा। इसे 19.9 लाख बार प्राथमिकता दी गई — यानी हर तीसरे छात्र की पसंद B.Com (Hons.) रहा। इसके बाद BA (ऑनर्स) अंग्रेज़ी, राजनीतिक विज्ञान और इतिहास जैसे पारंपरिक ह्यूमैनिटीज कोर्स भी छात्रों के बीच खासे लोकप्रिय रहे।
📚 कोर्स का नाम | कुल प्राथमिकताएं |
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B.Com (ऑनर्स) | 19,90,966 |
B.Com (जनरल) | 15,26,403 |
BA (ऑनर्स) अंग्रेज़ी | 12,23,388 |
BA (ऑनर्स) राजनीतिक विज्ञान | 9,96,868 |
BA (ऑनर्स) इतिहास | 7,72,029 |
Most Preferred Colleges (सबसे ज़्यादा पसंद किए गए कॉलेज)
कॉलेजों की रैंकिंग में सबसे ऊपर रहा श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC), जिसे 38,795 छात्रों ने पहली पसंद के तौर पर चुना। इसके बाद हिंदू कॉलेज और हंसराज कॉलेज सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहे।
Total Seats and Competition (कुल सीटें और प्रतिस्पर्धा)
कॉलेज का नाम | प्रथम प्राथमिकताएं |
श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) | 38,795 |
हिंदू कॉलेज | 31,901 |
हंसराज कॉलेज | 15,902 |
सेंट स्टीफेंस कॉलेज | 12,413 |
मिरांडा हाउस | 11,403 |
दिल्ली विश्वविद्यालय में इस साल 71,642 अंडरग्रेजुएट सीटें उपलब्ध हैं। जब इसे कुल वैध आवेदनों से तुलना किया गया, तो हर एक सीट पर लगभग 4 छात्रों की प्रतिस्पर्धा सामने आई। औसतन, प्रत्येक छात्र ने 83 प्राथमिकताएं सबमिट कीं, जबकि एक छात्र ने सबसे ज़्यादा 1,414 प्राथमिकताएं दर्ज कीं।
Stream-wise Preferences (स्ट्रीम के अनुसार प्राथमिकताएं)
छात्रों की प्राथमिकताओं के आधार पर ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम सबसे आगे रही:
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ह्यूमैनिटीज: 58.89%
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कॉमर्स: 20.89%
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साइंस: 20.22%
यह ट्रेंड साफ दिखाता है कि छात्र अब पारंपरिक विज्ञान विषयों के अलावा सामाजिक विज्ञान और वाणिज्य में भी करियर की संभावनाएं देख रहे हैं।
Gender and Social Categories (लिंग और सामाजिक वर्ग)
CSAS पोर्टल पर किए गए आवेदनों में लिंग का अनुपात इस प्रकार रहा:
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महिला उम्मीदवार: 53.06% (1,27,284)
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पुरुष उम्मीदवार: 46.93% (1,12,603)
इसके अलावा विशेष श्रेणी के अंतर्गत:
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अनाथ छात्रों द्वारा आवेदन: 512
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एकल कन्या योजना के तहत आवेदन: 7,243
Experts’ Opinion (विशेषज्ञों की राय)
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि कॉमर्स स्ट्रीम की बढ़ती लोकप्रियता भारत की बदलती आर्थिक सोच और करियर विकल्पों की ओर संकेत करती है। वहीं ह्यूमैनिटीज की ओर छात्रों का झुकाव यह दिखाता है कि अब छात्र UPSC, मीडिया, समाजशास्त्र, इतिहास और विदेशी भाषा जैसे क्षेत्रों को भी गंभीरता से ले रहे हैं।