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AI के ज़माने में भी जिन नौकरियों का भविष्य सुरक्षित है: बिल गेट्स का बड़ा दावा

Published on July 18, 2025 by Priti Kumari

नई दिल्ली
जब टेक्नोलॉजी हर मोड़ पर ज़िंदगियों को बदल रही है, तो एक डर भी लोगों के बीच गहराता जा रहा है—क्या मेरी नौकरी अगले 5 साल में रहेगी भी या नहीं? ऑफिस की मीटिंग से लेकर कॉलेज के कैफ़े तक, एक ही सवाल हर जगह गूंज रहा है: "AI हमारी जगह ले लेगा?"

लेकिन इस चिंता भरे माहौल में बिल गेट्स ने एक नई उम्मीद की रौशनी दिखाई है।

"कुछ नौकरियां ऐसी हैं, जो आने वाले 100 सालों तक भी पूरी तरह इंसानों के ही पास रहेंगी।"
यह कहना है Microsoft के को-फाउंडर बिल गेट्स का, जिन्होंने AI पर नज़दीकी नज़र बनाए रखी है।

AI जहां रुक जाता है, वहां से इंसान शुरू होता है

Windows Central की रिपोर्ट के मुताबिक, गेट्स ने स्पष्ट किया कि मानव स्पर्श (human touch) वाली नौकरियों को AI कभी नहीं छू सकेगा।

1. जहां कल्पनाशक्ति की जरूरत होती है

कला, लेखन, संगीत और डिज़ाइन जैसे क्षेत्र केवल शब्दों और रंगों का खेल नहीं हैं। ये दिल की आवाज़ हैं। बिल गेट्स मानते हैं कि AI भले ही पेंटिंग बना दे या कविता लिख दे, लेकिन उसमें इंसानी एहसास नहीं होंगे।

✍️ एक गीतकार के शब्द,
🎨 एक चित्रकार की रेखाएं,
📖 या लेखक की कहानियां—
इनमें वो जज़्बात होते हैं, जो केवल इंसान महसूस कर सकता है।

2. जहां भावनाएं ज़रूरी होती हैं

एक शिक्षक जब छात्र को देखकर उसके मन की स्थिति समझ लेता है, या एक डॉक्टर जब बिना कहे मरीज के डर को पढ़ लेता है—ऐसे कामों में AI की कोई जगह नहीं।
बिल गेट्स कहते हैं, "सहानुभूति और समझदारी सिर्फ मशीनों की कोडिंग से नहीं आती, ये अनुभव और दिल से आती है।"

3. जहां फैसले सीधे ज़िंदगी से जुड़े हों

नीतियां बनाना, वैज्ञानिक रिसर्च करना, या लाखों लोगों के लिए निर्णय लेना—ये ऐसे काम हैं जहां तथ्य के साथ-साथ विवेक और नैतिकता का संतुलन चाहिए।
AI यहां सिर्फ डेटा दे सकता है, लेकिन "सही और गलत के बीच का चुनाव" इंसान ही कर सकता है।

4. जहां भरोसा सिर्फ इंसानों पर होता है

सोशल वर्कर, आध्यात्मिक गुरु, और कम्युनिटी लीडर्स जैसे लोग समाज के भावनात्मक ताने-बाने को जोड़ते हैं।
लोगों को जब गले लगाना हो, या उनकी आंखों में देख कर दिलासा देना हो—वह काम कोई मशीन नहीं कर सकती।

5. जहां तकनीक की रचना हो, सिर्फ उपयोग नहीं

गेट्स मानते हैं कि कोडिंग सिर्फ एक स्किल नहीं, एक सोचने का तरीका है
AI जरूर कोड जनरेट कर सकता है, लेकिन कोई नया ऐप, नई सोच या एथिकल निर्णय लेना आज भी इंसानी दिमाग की ही ताकत है।

तो क्या करें युवा?

अगर आप करियर की तलाश में हैं, या नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो ऐसे क्षेत्र चुनें जहां आपकी मानव क्षमता काम आए—जैसे कि:

  • शिक्षा

  • मानसिक स्वास्थ्य और काउंसलिंग

  • पत्रकारिता

  • क्रिएटिव डिजाइनिंग

  • सामाजिक सेवाएं

  • रिसर्च और डेवलपमेंट

AI एक ताकतवर औजार है, लेकिन इंसान वही है जो उसे सही दिशा देता है।

आखिर में बात बस इतनी है…

AI आपकी जगह ले सकता है, लेकिन आपका दिल नहीं।
और जब तक काम में दिल की जरूरत होगी, तब तक कुछ नौकरियां सिर्फ इंसानों की रहेंगी।

बिल गेट्स ने जो कहा, वो सिर्फ टेक्निकल इनसाइट नहीं, एक भावनात्मक सच्चाई है—इंसान को इंसान बनने से कोई मशीन नहीं रोक सकती।

Categories: टेक्नोलॉजी समाचार