नई दिल्ली/श्रीनगर: फिल्म सैयारा के टाइटल ट्रैक ने रिलीज होते ही इंटरनेट पर धूम मचा दी है, लेकिन इस गाने के पीछे छिपी कहानी और इससे जुड़े कलाकार अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं। खासकर कश्मीर के रहने वाले फहीम अब्दुल्ला, जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज़ से इस गाने को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
कौन हैं फहीम अब्दुल्ला?
फहीम अब्दुल्ला कश्मीर के श्रीनगर से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कुछ साल पहले ही संगीत की दुनिया में कदम रखा था और आज उनका नाम बॉलीवुड तक पहुँच चुका है। फहीम के मुताबिक, यह सफर आसान नहीं रहा।
13 दिन का संघर्ष, 14वां दिन बना इतिहास
फहीम और उनके संगीत साथी अर्सलान निज़ामी ने मुंबई में केवल 14 दिन के खर्च के साथ कदम रखा था। लगातार 13 दिन तक संघर्ष करने और दर-दर भटकने के बाद, 14वें दिन उनकी मुलाकात मशहूर संगीतकार तनिष्क बागची से हुई। यही वह मौका था जिसने उनकी किस्मत बदल दी।
🎵 सैयारा – गाना जो बना पहचान
सैयारा फिल्म का टाइटल ट्रैक फहीम की आवाज़ में है। इस गाने का संगीत तनिष्क बागची और अर्सलान निज़ामी ने मिलकर तैयार किया है। यह गाना सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है और अब तक करोड़ों व्यूज़ हासिल कर चुका है।
कश्मीर से संगीत तक
फहीम बताते हैं कि उनके संगीत में कश्मीर की आत्मा बसती है। बचपन में उनके दादा-दादी जो लोकगीत गाते थे, वही सुर आज उनके गीतों में झलकते हैं। वे मानते हैं कि कश्मीर को सिर्फ संघर्ष या रोमांस से नहीं, बल्कि कलात्मक दृष्टिकोण से भी देखा जाना चाहिए।
आगे की राह
फहीम और अर्सलान का सपना है कि कश्मीर से और भी युवा कलाकार निकलें और राष्ट्रीय मंच पर पहचान बनाएं। वे चाहते हैं कि उनका स्टूडियो ‘KMR – Kashmir Music Revolution’ एक ऐसा प्लेटफॉर्म बने जो कश्मीर की प्रतिभाओं को सही दिशा दिखा सके।
फहीम अब्दुल्ला और अर्सलान निज़ामी की कहानी सिर्फ एक गाने की नहीं, बल्कि संघर्ष, सपनों और संगीत की जीत की कहानी है। 'सैयारा' उनके सफर की शुरुआत है, और भारत को ऐसे ही युवाओं पर गर्व है।