देश के सबसे प्रभावशाली और अमीर परिवारों में शुमार अंबानी परिवार की बहू श्लोका मेहता अंबानी अपने सादगीपूर्ण जीवन और सामाजिक कार्यों को लेकर चर्चा में रहती हैं। भले ही वे देश के सबसे बड़े कॉर्पोरेट घराने की सदस्य हों, लेकिन उन्होंने हमेशा चमक-धमक से दूर रहकर समाज के लिए कुछ करने की ठानी है। हाल ही में एक इंटरव्यू में श्लोका ने अपने जीवन के मकसद, करियर और मां बनने के बाद आए बदलावों को लेकर खुलकर बात की।
सिर्फ अंबानी बहू नहीं, एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी
श्लोका ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा से समाज में शिक्षा और बच्चों के विकास को लेकर कुछ सकारात्मक करना रहा है। धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाने के अपने अनुभव से लेकर, विभिन्न चैरिटेबल प्रोजेक्ट्स में योगदान तक, श्लोका ने हर स्तर पर खुद को ज़मीन से जोड़े रखा है।
मां बनने के बाद क्या बदला?
जब उनसे पूछा गया कि मां बनने के बाद उनके जीवन में क्या बदलाव आया, तो श्लोका ने मुस्कुराते हुए कहा,
"मां बनने के बाद जीवन में प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। अब मेरे लिए हर कदम सोच-समझकर उठाना जरूरी है, क्योंकि मेरा बच्चा मेरे हर फैसले से प्रभावित होता है।"
वे मानती हैं कि करियर और मातृत्व दोनों को संतुलित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यदि मकसद स्पष्ट हो, तो यह सफर सुंदर बन जाता है।
प्रेरणा का स्रोत क्या है?
श्लोका का कहना है कि उन्हें प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली, जिन्होंने हमेशा उन्हें जमीन से जुड़ा रहने और दूसरों की मदद करने की सीख दी। इसके अलावा, अपने पति आकाश अंबानी के साथ उनकी साझेदारी भी उन्हें हर कदम पर मजबूत बनाती है।
सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी
श्लोका अंबानी ‘रिलायंस फाउंडेशन’ की विभिन्न पहलों में सक्रिय भूमिका निभाती हैं। खासकर बच्चों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के लिए वे निरंतर काम कर रही हैं।
श्लोका अंबानी आज की युवा महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं — जिन्होंने आरामदायक जीवन को पीछे छोड़कर अपने ज्ञान, शिक्षा और संसाधनों का इस्तेमाल समाज के उत्थान के लिए किया। चाहे मां की भूमिका हो या सामाजिक कार्यकर्ता की, श्लोका हर रूप में प्रेरणादायक हैं।