पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की बढ़ती बेइज्जती:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय साख को चोट पहुंचाई है। अमेरिका के बाद अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 प्रतिबंध समिति ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन TRF यानी द रेजिस्टेंस फ्रंट का नाम अपनी मॉनिटरिंग रिपोर्ट में शामिल कर लिया है। इससे TRF पर वैश्विक स्तर पर प्रतिबंध लगाना आसान हो जाएगा।
TRF और UNSC रिपोर्ट का कनेक्शन:
UNSC की मॉनिटरिंग कमेटी ने साफ कहा है कि TRF ने पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी दो बार ली थी और हमले की साइट की एक तस्वीर भी जारी की थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के बिना संभव नहीं था। यह बयान पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है क्योंकि इससे साबित होता है कि आतंकी संगठनों के साथ उसकी नाजुक कनेक्शन हैं।
भारत का कूटनीतिक और सुरक्षा कदम:
भारत ने इस साल अप्रैल-मई में सुरक्षा परिषद को TRF के बढ़ते प्रभाव और उसके लश्कर-ए-तैयबा से संबंधों की पूरी जानकारी दी थी। अब यह मामला UNSC के अगले सत्र में आ सकता है, जहां TRF को आतंकवादी संगठन घोषित कर उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ, तो यह भारत की कूटनीतिक जीत के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से भी बड़ा कदम होगा।
1267 प्रतिबंध समिति की रिपोर्ट में क्या है?
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22 अप्रैल को पांच आतंकवादियों ने पहलगाम के एक पर्यटक स्थल पर हमला किया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए।
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उसी दिन TRF ने हमले की जिम्मेदारी ली, अगले दिन दोहराई, फिर अचानक जिम्मेदारी से इनकार कर दिया।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि यह हमला TRF और लश्कर के समर्थन के बिना संभव नहीं था।
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हालांकि, कुछ सदस्य देशों ने कहा कि लश्कर अब निष्क्रिय हो चुका है, लेकिन यह विवाद अभी भी जारी है।
क्या अब पाकिस्तान बाप-बाप करेगा?
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने पहले दावा किया था कि उन्होंने UNSC के प्रेस बयान से TRF का नाम हटा लिया है, लेकिन मॉनिटरिंग कमेटी की रिपोर्ट ने उनकी यह दलील बेनकाब कर दी है। अब TRF पर वैश्विक प्रतिबंध से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि पर गहरा असर पड़ेगा और वह अकेला पड़ जाएगा।
अगला कदम:
भारत TRF को पूरी तरह से आतंकी घोषित कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जोरशोर से अभियान चला रहा है। अगर यह प्रतिबंध लग जाता है, तो यह न सिर्फ पहलगाम हमले का बदला होगा बल्कि जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंक के खिलाफ भी बड़ा सन्देश जाएगा।