सोमवार, 26 अगस्त को रूस पर हुए हमले ने अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 के हमले की याद दिला दी। सारातोव में ‘वोल्गा स्काई’ नामक 38-मंजिला रिहायशी इमारत से एक ड्रोन टकराया, जिसमें 4 लोग घायल हो गए। रूस ने इस हमले का आरोप यूक्रेन पर लगाया है।
रूस का पलटवार:
इसके जवाब में रूस ने यूक्रेन के 12 शहरों, जिनमें कीव, खारकीव, ओडेसा और लीव शामिल हैं, पर 100 मिसाइलें और 100 ड्रोन दागे। रॉयटर्स के अनुसार, हमला सुबह के वक्त हुआ। यूक्रेनी एयरफोर्स के अधिकारियों ने बताया कि कीव पर 11 TU-95 स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स और किंझल बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया गया। एक रिहायशी इमारत के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।
रिपोर्टों के मुताबिक, इस हमले में 4 लोगों की मौत भी हो गई। यह हमला यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर के नजदीक हुआ है। पोलिश सैन्य अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर कहा कि इस हमले के बाद पोलैंड और उसके नाटो सहयोगी देशों के एयरक्राफ्ट्स को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
देखें वीडियो: रूस की इमारत से ड्रोन कैसे टकराया!
सारातोव में यूक्रेनी हमले की तस्वीरें:
बिल्डिंग का मलबा नीचे खड़ी कई गाड़ियों पर गिरा, जिससे उन्हें नुकसान पहुंचा। इस हमले में ‘वोल्गा स्काई’ रिहायशी इमारत की तीन मंजिलें क्षतिग्रस्त हो गईं।
हमले के बाद एयर रूट बंद:
यूक्रेन के ड्रोन हमले में रूसी बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। बिल्डिंग के नीचे खड़ी 20 से अधिक गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सारातोव यूक्रेन सीमा से 900 किमी दूर है। इस हमले के बाद सभी एयर रूट पर रोक लगा दी गई है।
रिपोर्टों के अनुसार, रूस पर 20 ड्रोन से हमला हुआ:
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सोमवार को रूस पर 20 ड्रोन से हमला किया गया, जिनमें से 9 ड्रोन सारातोव में दागे गए। मॉस्को के गवर्नर ने हमले का आरोप यूक्रेन पर लगाया है, लेकिन यूक्रेन ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। जानकारी के मुताबिक, ड्रोन यूक्रेन की ओर से दागा गया था।
23 साल पहले वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ था हमला:
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक ड्रोन तेजी से ‘वोल्गा स्काई’ बिल्डिंग की तरफ बढ़ता है और उसमें टकरा जाता है। 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकियों ने इसी तरह से प्लेन क्रैश करवाए थे।
आतंकियों ने 4 प्लेन हाईजैक किए थे, जिनमें से 3 प्लेन अमेरिका की 3 अहम इमारतों में क्रैश कराए गए। पहला क्रैश सुबह 8:45 बजे हुआ, जब एक बोइंग 767 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टॉवर से टकराया। 18 मिनट बाद, दूसरा बोइंग 767 साउथ टॉवर से टकराया था।
वहीं, एक प्लेन अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया और चौथा प्लेन एक खेत में क्रैश हो गया। 9/11 हमले में 93 देशों के 3000 लोग मारे गए थे। इसे मानव इतिहास का सबसे भीषण आतंकी हमला माना जाता है।
सारातोव में रूस का स्ट्रैटजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस:
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने सारातोव प्रांत के एंगेल्स शहर की सबसे ऊंची बिल्डिंग को निशाना बनाया। एंगेल्स में रूस का स्ट्रैटजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस भी है। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ही यूक्रेन ने इस पर कई बार हमला किया है।
रूस के पलटवार से जुड़ी फुटेज देखें:
मलबे के पास यूक्रेनी सुरक्षाकर्मी नजर आए। फुटेज सोशल मीडिया से ली गई है। यूक्रेनी इलाके में बम गिराए गए, और लोग जान बचाने के लिए कीव में सबवे में बैठ गए।
20 दिनों से रूस पर हमलावर है यूक्रेन:
ढाई साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में, 6 अगस्त 2024 को पहली बार यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क इलाके पर कब्जा कर लिया। तब से यूक्रेन लगातार रूस पर हमले कर रहा है।
RT की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 दिनों में यूक्रेन के हमलों में रूस के 31 नागरिकों की जान जा चुकी है, जबकि 140 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह पहली बार है, जब किसी विदेशी ताकत ने रूस की धरती पर कब्जा किया हो। यूक्रेन ने दो हफ्तों में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया था।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की यह जीत कम समय के लिए है और हार में बदल सकती है। फिलहाल, यूक्रेन का ध्यान कुर्स्क पर है, जिससे रूस को दोनेस्त्क के पोक्रोवस्क में आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।
राजनीतिक विशेषज्ञ तातियाना स्टैनोवाया कहती हैं कि रूस अपनी द्वितीय विश्व युद्ध की रणनीति अपना रहा है, जिसमें वह पहले दुश्मन को अंदर आने देता है और फिर घेरकर हमला करता है। इस वजह से यूक्रेन का कुर्स्क अभियान जेलेंस्की के लिए उल्टा साबित हो सकता है।