उत्तराखंड और कर्नाटक में बाढ़ से पुल ध्वस्त, हिमाचल और जम्मू में भारी बारिश से तबाही

Bridges destroyed due to floods in Uttarakhand and Karnataka, devastation caused by heavy rains in Himachal and Jammu
Bridges destroyed due to floods in Uttarakhand and Karnataka, devastation caused by heavy rains in Himachal and Jammu

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम क्षेत्र में सोनप्रयाग के पास मंदाकिनी नदी पर सेना द्वारा बनाया गया पैदल पुल मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ में बह गया। यह पुल सेना ने एक दिन पहले ही आम जनता के लिए खोला था। कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में काली नदी पर स्थित एक पुराना पुल भी बाढ़ के कारण बह गया, जिससे गोवा और कर्नाटक को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 66 अवरुद्ध हो गया है। जम्मू के राजौरी जिले में भारी बारिश के कारण एक मकान ढह जाने से 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सौ से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने 10 अगस्त को राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर, सोलन और मंडी जिलों में बाढ़ की चेतावनी भी दी गई है।

उत्तराखंड में सोनप्रयाग के पास मंदाकिनी नदी पर सेना द्वारा दो पुल बनाए गए थे, जिनमें से एक मंगलवार रात बाढ़ में बह गया। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेताला के पास मलबा आने से एक वाहन फंस गया है, जिसे निकालने के प्रयास जारी हैं। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी गोचर के कमेडा में मलबा आने के कारण बंद हो गया है। केदार घाटी में फंसे 15 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।

कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में काली नदी पर स्थित एक पुराना पुल मंगलवार देर रात बाढ़ में बह गया, जिससे एक ट्रक भी नदी में गिर गया। स्थानीय पुलिस और लोगों ने ट्रक चालक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।

जम्मू में भारी बारिश के कारण कठुआ जिले के डूंगा गांव में बादल फटने से आठ आवासीय इमारतें ढह गईं, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जम्मू में सुबह साढ़े नौ बजे से तीन घंटे तक भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और तवी नदी सहित अन्य नदियों में जल स्तर बढ़ गया है।

इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं।

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