यूपी और बिहार के राशन कार्ड धारकों को राशन वितरण में कठिनाइयाँ

देशभर के राशनकार्डधारियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन मिलने में एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आइएमपीडीएस) के तकनीकी मुद्दों के कारण समस्याएँ आ रही हैं। पहले उत्तर प्रदेश (यूपी) के राशनकार्डधारियों को राशन प्राप्त करने में कठिनाई हुई थी, और अब अगस्त माह से बिहार के राशनकार्डधारियों को भी इसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

तकनीकी समस्याएं और वितरण में बाधाएँ

दिल्ली में राशन वितरण ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड (ओएनओआरसी)’ के तहत किया जाता है, जिसमें आधार सक्षम सार्वजनिक वितरण प्रणाली (एईपीडीएस) का उपयोग होता है। जबकि अन्य राज्यों में राशन वितरण आइएमपीडीएस के माध्यम से किया जाता है। हाल ही में, आइएमपीडीएस के सर्वर में तकनीकी समस्याओं के कारण बिहार और यूपी के राशनकार्डधारियों को राशन लेने में परेशानी हो रही है।

दिल्ली में राशन वितरण प्रत्येक माह की पहली तारीख से शुरू होता है। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के कारण कई लाख प्रवासी राशनकार्डधारी अपने हक का राशन लेने से चूक जाते हैं क्योंकि राशन की दुकान में खाद्यान्न खत्म हो चुका होता है।

ग्राहकों की समस्याएँ

दिल्ली सरकारी राशन डीलर्स संघ (डीएसआरडीएस) के महासचिव सौरभ गुप्ता ने बताया कि बिहार और यूपी के राशनकार्डधारियों को राशन वितरण के दौरान ई-पोस मशीन पर तकनीकी समस्याएं आ रही हैं, जैसे कि ‘लेन-देन विफल’, ‘कार्ड नहीं मिला’, आदि।

ग्राहकों की टिप्पणियाँ:

  • महेंद्र सिंह, बिहार राशनकार्डधारी: “मैं एक तारीख से कई राशन की दुकानों में लाइन में लग चुका हूँ, लेकिन जैसे ही नंबर आता है, पता चलता है कि राशन नहीं मिलेगा। रोज़-रोज़ लाइन में लगने से मैं काम पर भी नहीं जा पा रहा हूँ।”
  • रानी, यूपी राशनकार्डधारी: “मेरा पिछले महीने का राशन भी नहीं मिला क्योंकि यूपी का राशन चालू होने तक हमारे आस-पड़ोस की राशन की दुकानों में राशन ही खत्म हो गया था। इस महीने भी यही हाल है, कोटाधारक मशीन नहीं चलने की बात कह रहे हैं।”

इन समस्याओं को देखते हुए, आइएमपीडीएस की तकनीकी दिक्कतों को सुधारने और राशन वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए शीघ्र कार्रवाई की आवश्यकता है।

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