नई दिल्ली, 24 जून: टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही महिला के एक साल के बेटे का मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने पिछले 13 जून को अपहरण कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने बच्चे को सीतामढ़ी, बिहार निवासी एक महिला को तीन लाख में बेच दिया। हालांकि, पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे 100 सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों के बारे में सुराग जुटाया और गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान नरेला, दिल्ली निवासी मनीष कुमार गुप्ता (27) और उसका सहायक मोहित तिवारी उर्फ गुड्डू और बिहार निवासी महिला शोभा देवी (40) के तौर पर की गई है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। पूछताछ में महिला ने बताया कि बच्चा नहीं हो रहा था। इस कारण शोभा देवी ने तीन लाख रुपए देकर बच्चे को खरीदा था। पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने सोमवार को बताया कि पिछले 13 जून को पूनम ने राजौरी गार्डन थाने में शिकायत की थी कि वह रात के वक्त टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही थी। देर रात को मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग आए और उसके एक साल के बेटे का अपहरण कर फरार हो गए। उसने बताया कि वह पटरी पर सामान बेचती है और वहीं मेट्रो स्टेशन के नीचे रहती है। उपायुक्त ने बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया और घटनास्थल के आसपास लगे करीब 100 सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर मोटरसाइकिल के बारे में सुराग मिला। इसके बाद 300 मोटरसाइकिल के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके बाद टीम ने सबसे पहले मुख्य आरोपी मनीष कुमार गुप्ता को दबोचा। उसने पूछताछ में बताया कि वह बढ़ई का काम करता है। उसने अपने सहयोगी मनीष के साथ मिल कर इस घटना को अंजाम दिया था। उसके बाद टीम ने आरोपी मनीष को घोंडा, उत्तर प्रदेश से उसके गांव से दबोचा। इसके बाद टीम ने महिला को सीतामढ़ी बिहार से दबोचा, जिसने बच्चे को खरीदा था। पूछताछ में महिला ने बताया कि बच्चा नहीं हो रहा था। इस कारण उसने तीन लाख रुपए देकर बच्चे को खरीदा था।