रूस के उत्तरी काकेशस में स्थित दागिस्तान में रविवार को आतंकियों ने दो चर्च, एक सिनेगॉग (यहूदियों का उपासना स्थल) और एक पुलिस पोस्ट पर हमला कर दिया. इस हमले में एक पादरी, 15 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कई नागरिकों की मौत हो गयी. पुलिस के 25 जवान घायल हुए हैं. वहीं, छह आतंकी मारे गये हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने पादरी का गला काट दिया था. आतंकियों ने डवेंट और मखाचकाला शहर को अपना निशाना बनाया, जहां पर सदियों पुराना त्योहार मनाया जा रहा था. हमलावरों की अब तक पहचान नहीं हो पायी है. वायरल तस्वीरों में देखा जा सकता है कि काले कपड़ों में आये हमलावर पुलिस की कारों और इमरजेंसी सर्विस दस्ते के काफिले पर हमला कर रहे हैं. डवेंट में हमलावरों ने पहले एक सिनेगॉग और चर्च पर गोलीबारी की और फिर इसे आग के हवाले भी कर दिया. इसी तरह, दागिस्तान की राजधानी मखचकला में एक चर्च और एक यातायात पुलिस चौकी पर भी हमला किया. दागिस्तान रूस के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है, जो कि एक मुस्लिम बहुल प्रांत भी है. दागिस्तान के गवर्नर सर्गेई मेलीकोव ने सोमवार तड़के बताया कि बंदूकधारियों ने दो शहरों में दो ऑर्थोडॉक्स गिरजाघरों, एक यहूदी उपासनागृह और एक पुलिस चौकी पर गोलीबारी की. ये हमले मुख्य रूप से मुस्लिम क्षेत्र में हुए, जहां सशस्त्र चरमपंथ का इतिहास रहा है. उसने इन हमलों को आतंकवादी कृत्य बताया.
इधर, रूस ने अमेरिकी राजदूत को किया तलब रूस के कब्जे वाले क्रीमिया पर यूक्रेन के हमले में अमेरिका निर्मित मिसाइलों के इस्तेमाल को लेकर रूसी विदेश मंत्रालय ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सोमवार को मॉस्को में अमेरिकी राजदूत को तलब किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका, यूक्रेन के युद्ध में प्रभावी रूप से एक पक्ष बन गया है और निश्चित रूप से जवाबी कार्रवाई की जायेगी. क्रीमिया पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था.