बांग्लादेश में इस्लामिक कानून की बात: जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख डॉ. शफीकुर रहमान का बयान

Talk of Islamic law in Bangladesh Statement by Jamaat-e-Islami chief Dr. Shafiqur Rahman
Talk of Islamic law in Bangladesh Statement by Jamaat-e-Islami chief Dr. Shafiqur Rahman

बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी के आमिर डॉ. शफीकुर रहमान ने हाल ही में बांग्लादेश को इस्लामिक कानून से चलाने के अपने दृष्टिकोण पर जोर दिया है। उन्होंने यह बयान दैनिक भास्कर से विशेष साक्षात्कार के दौरान दिया। उनके अनुसार, इस्लाम एक ऐसा समाज स्थापित कर सकता है जहाँ सभी धर्मों और समुदायों को सम्मान और सुरक्षा मिले।

इस्लामिक कानून का समर्थन

डॉ. रहमान ने कहा कि उनकी पार्टी बांग्लादेश को अपनी विचारधारा के अनुसार चलाना चाहती है। उनका मानना है कि इस्लाम न केवल मुसलमानों को बल्कि सभी समुदायों को सुरक्षा और गरिमा प्रदान करता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य एक ऐसा समाज बनाना है जहाँ भ्रष्टाचार और भेदभाव का कोई स्थान न हो।

भारत और पाकिस्तान के साथ रिश्ते

डॉ. रहमान ने भारत और पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के रिश्तों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने पाकिस्तान के प्रति अपनी पार्टी के कोई विशेष रुख से इनकार किया और कहा कि वे भारत के साथ बराबरी और सम्मानपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहते हैं। उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ शांति और सम्मान का अनुरोध किया।

शेख हसीना की सरकार और अल्पसंख्यकों पर हमले

डॉ. रहमान ने शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की है और ऐसी घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अल्पसंख्यकों के साथ काम किया है और वे किसी भी प्रकार की हिंसा की निंदा करते हैं।

सांप्रदायिक विवाद और राजनीति

जमात-ए-इस्लामी पर कट्टरपंथ और अल्पसंख्यकों पर हमलों का आरोप लगाने के मुद्दे पर डॉ. रहमान ने कहा कि ये आरोप राजनीतिक कारणों से लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

भविष्य की योजनाएँ

डॉ. रहमान ने अंतरिम सरकार और आगामी चुनावों पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी पार्टी निष्पक्ष चुनावों में हिस्सा लेगी और बांग्लादेश को एक ऐसे समाज में बदलने की दिशा में काम करेगी जहाँ भ्रष्टाचार और असमानता का कोई स्थान न हो।

इस साक्षात्कार ने बांग्लादेश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया है और देश के भविष्य की दिशा पर विचार करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है।

Leave a Comment