शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की

Shikhar Dhawan Announces Retirement from International and Domestic Cricket

भारतीय क्रिकेट के स्टार ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की आधिकारिक घोषणा की। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक भावुक वीडियो में धवन ने अपने शानदार करियर का अंत करते हुए यह खबर दी, जो भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग के समाप्त होने जैसा है।

शिखर धवन, जिन्होंने 2010 से 2022 तक 34 टेस्ट मैच, 167 वनडे और 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, ने अपने क्रिकेट जीवन की यात्रा को याद करते हुए कहा, “मेरा सपना केवल एक था—भारत के लिए खेलना, और मैं भाग्यशाली हूँ कि मैंने इसे पूरा किया। इस सफर में मेरे परिवार, मेरे दिवंगत बचपन के कोच तारक सिन्हा और मदन शर्मा जैसे गुरुओं का बहुत बड़ा योगदान रहा है।”

धवन ने अपने साथियों और प्रशंसकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “क्रिकेट ने मुझे दूसरी परिवार, नाम, शोहरत और लाखों प्रशंसकों का प्यार दिया है। मैं इन पलों को हमेशा संजो कर रखूंगा।”

अपने संन्यास पर चर्चा करते हुए धवन ने कहा, “कहते हैं कि कहानी को पूरा पढ़ने के लिए आपको पन्ना पलटना पड़ता है। आज, मैं वो पन्ना पलट रहा हूं, जब मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर रहा हूं। मैं संतुष्टि के साथ संन्यास ले रहा हूं, क्योंकि मैंने अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। मैं बीसीसीआई, डीडीसीए और सभी प्रशंसकों का दिल से धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने मुझे इतने सालों तक अपार समर्थन दिया।”

शिखर धवन ने 2010 में विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। अपने करियर के दौरान, उन्होंने 10,000 से अधिक रन बनाए, जिसमें 24 शतक शामिल हैं—17 वनडे में और 7 टेस्ट मैचों में।

धवन के करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी शानदार प्रदर्शन थी, जहाँ वे टूर्नामेंट के सर्वोच्च रन-स्कोरर बने। एमएस धोनी की कप्तानी में, धवन ने पांच मैचों में 90.75 की औसत से 363 रन बनाए, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल थे, और उन्होंने भारत को जीत दिलाई।

जैसे ही शिखर धवन क्रिकेट से विदा ले रहे हैं, उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के क्रिकेटरों को प्रेरित करती रहेगी। उनका समर्पण, दृढ़ता और असाधारण उपलब्धियाँ भारतीय क्रिकेट में अमिट छाप छोड़ गई हैं।

Leave a Comment