संजय रॉय का लाई डिटेक्टर टेस्ट शुरू, CBI ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के ठिकानों पर मारा छापा
- CBI और सेंट्रल फॉरेंसिक टीम ने संजय रॉय का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में दस्तक दी।
- कोलकाता के चर्चित हत्या-रेप केस में आरोपी संजय रॉय का आज (25 अगस्त) को लाई डिटेक्टर टेस्ट हो रहा है। CBI और सेंट्रल फॉरेंसिक टीम प्रेसीडेंसी जेल में इस टेस्ट को अंजाम दे रही है, जहां संजय इस समय न्यायिक हिरासत में है।
- इससे पहले, 24 अगस्त को भी संजय का पॉलीग्राफ टेस्ट होना तय था, लेकिन तकनीकी खामी के कारण इसे टालना पड़ा। वहीं, शनिवार को ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और चार अन्य डॉक्टरों के लाई डिटेक्टर टेस्ट हुए, जिनसे CBI ने गहन पूछताछ की।
- CBI ने आज पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और अन्य संबंधित व्यक्तियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की। CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने आज सुबह कोलकाता में संदीप घोष के निवास पर धावा बोला। करीब 75 मिनट के इंतजार के बाद टीम को अंदर प्रवेश मिला।
- CBI की एंटी करप्शन टीम आज सुबह संदीप घोष के घर पहुंची और लगभग 75 मिनट बाद घर के अंदर जांच के लिए दाखिल हुई।
- CBI टीम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रशासनिक ब्लॉक में भी छापेमारी की। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज से जुड़े कई अन्य व्यक्तियों के घरों पर भी CBI ने छापा मारा, जिनमें फोरेंसिक मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. देबाशीष सोम, पूर्व सुपरिटेंडेंट संजय वशिष्ठ और एक मेडिकल सप्लायर बिप्लब सिंह शामिल हैं।
- CBI ने हाल ही में संदीप घोष के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसमें उनके कार्यकाल के दौरान मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप है। SIT द्वारा की जा रही जांच को कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर CBI को सौंप दिया गया था।
- CBI का लक्ष्य है घोष के बयानों की जांच करना, विशेष रूप से 8 और 9 अगस्त की घटनाओं से संबंधित उनके बयानों का सत्यापन करना। 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक ट्रेनी डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी।
- घोष के वकीलों का कहना है कि CBI को लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए पूर्व प्रिंसिपल की सहमति लेने में कोई कठिनाई नहीं हुई। घोष ने एक डॉक्टर होने के नाते टेस्ट की प्रक्रिया को समझते हुए तुरंत सहमति दे दी।
- CBI ने इस केस में अब तक 10 पुलिस अधिकारियों और सिविक वॉलंटियर समेत 15 से अधिक लोगों से पूछताछ की है।
संजय रॉय ने कहा- ‘मैं बहुत थक गया हूं, सोना चाहता हूं’
मुख्य आरोपी संजय रॉय को प्रेसीडेंसी जेल के VIP वार्ड में रखा गया है। उसने जेल प्रशासन से सोने की अनुमति मांगी है, यह कहते हुए कि वह कोलकाता पुलिस और CBI की लगातार पूछताछ से थक गया है और उसे आराम की जरूरत है।
कोलकाता पुलिस ने इस मामले में संजय रॉय की बाइक समेत 53 सबूत जब्त किए हैं। इसमें संजय के कपड़े, अंडरगार्मेंट्स और सैंडल भी शामिल हैं, जो उसने घटना के दौरान पहने थे। पुलिस ने यह सभी सबूत CBI को सौंप दिए हैं, जो अब फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पीड़ित परिवार का आरोप – पुलिस ने हमें गुमराह किया
पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें CBI की जांच पर भरोसा है, लेकिन पुलिस ने उन्हें गुमराह करने की कोशिश की थी। उनका मानना है कि राज्य प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रहा है और इतने गंभीर अपराध को अकेले एक व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता।
CBI ने सेमिनार हॉल की चिटकनी टूटी पाई
CBI ने बताया कि सेमिनार हॉल के दरवाजे की चिटकनी टूटी हुई थी, जिसकी वजह से डॉक्टर रात 2 से 3 बजे के बीच दरवाजा बंद नहीं कर पाईं। CBI अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अपराध को बिना किसी बाधा के कैसे अंजाम दिया गया और क्या हॉल के बाहर कोई निगरानी कर रहा था।
भाजपा का विरोध प्रदर्शन और कांग्रेस नेता अधीर रंजन की सलाह
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम पुलिस थाने का घेराव किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कपिल सिब्बल से इस केस से हटने की सलाह दी है, यह कहते हुए कि वे राज्यसभा सांसद होने के नाते अपराधियों की तरफदारी न करें।