हरियाणा के करनाल में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा सांसद कंगना रनौत के हालिया बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने वाल्मीकि चौक पर प्रदर्शन करते हुए कंगना के बयान को अपमानजनक और किसान विरोधी करार दिया। कंगना के बयान में किसान आंदोलन के दौरान किए गए दुष्कर्म और हिंसा की बात की गई थी, और इसमें चीन और अमेरिका की कथित संलिप्तता का भी उल्लेख किया गया था।
AAP नेताओं ने इसे किसानों की शहादत का अपमान बताया, जो आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं। पार्टी ने कंगना के बयान को किसान आंदोलन के प्रति अपमानजनक और संवेदनहीन बताया है।
AAP की ओर से उठाए गए मुद्दे
AAP के नेता सुनील बिंदल ने कहा कि कंगना का बयान किसान विरोधी है और इसने किसान पुत्रों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि जब किसान आंदोलन चरम पर था और 750 किसानों ने अपनी जान दी, तब भी भाजपा ने उन पर लाठियां बरसाईं और पानी की बौछारें कीं। इसके बावजूद, किसान अपनी मांगों पर अडिग रहे, और अंततः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृषि कानून वापस लेने पड़े।
इस्तीफे की मांग और कंगना का रिकॉर्ड
AAP के जिला उपाध्यक्ष ऋषभ सरदाना ने कंगना रनौत की फिल्मों और उनके सार्वजनिक छवि का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी छवि उनके कामों से स्पष्ट है। पार्टी ने भाजपा से मांग की है कि कंगना को तुरंत पार्टी से बर्खास्त किया जाए और उनका इस्तीफा लिया जाए। AAP ने भाजपा की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं।
कंगना के बयान पर विपक्ष की प्रतिक्रिया
कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा था कि यदि भाजपा का नेतृत्व कमजोर होता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को बांग्लादेश बना दिया जाता। इस बयान के बाद विपक्ष ने कंगना पर तीखा हमला किया है। भाजपा ने इस विवाद को कंगना के निजी विचार बताते हुए पार्टी से अलग कर दिया है, जबकि विपक्ष भाजपा पर लगातार हमले कर रहा है।