टेक्सास में एक भयानक सड़क हादसे में चार भारतीय नागरिकों की जान चली गई। ये सभी एक SUV में यात्रा कर रहे थे, जब यह दुर्घटना हुई। हादसे में पांच वाहन शामिल थे, जिसमें SUV में आग लग गई और सभी यात्रियों की मौत हो गई। पीड़ितों की पहचान आर्यन रघुनाथ ओरमपाटी, फारूक शेख, लोकेश पालाचरला और दर्शिनी वासुदेवन के रूप में हुई है।
यह हादसा 31 अगस्त, शुक्रवार को दोपहर 3:30 बजे के करीब व्हाइट स्ट्रीट, कॉलिन काउंटी, टेक्सास के पास हुआ।
पीड़ित एक कारपूलिंग ऐप के जरिए SUV में यात्रा कर रहे थे, और उन्हें बेंटनविल, अर्कांसस जाना था। माना जा रहा है कि एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने उनके वाहन को पीछे से टक्कर मारी, जिससे SUV में आग लग गई और सभी यात्रियों की मौत हो गई।
आग के कारण शव बुरी तरह से जल गए थे, जिससे पहचान मुश्किल हो गई। अब DNA फिंगरप्रिंटिंग और दांतों व हड्डियों के अवशेषों के माध्यम से पीड़ितों की पहचान की जा रही है।
कौन थे पीड़ित?
आर्यन रघुनाथ ओरमपाटी:
हैदराबाद के निवासी आर्यन ने अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उन्होंने हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से स्नातक किया था और दो साल और अमेरिका में काम करने का इरादा किया था।
उनके पिता, सुभाष चंद्र रेड्डी, हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं।
फारूक शेख:
फारूक भी हैदराबाद के रहने वाले थे और तीन साल पहले मास्टर डिग्री के लिए अमेरिका आए थे। उन्होंने हाल ही में अपनी पढ़ाई पूरी की थी और बेंटनविल, अर्कांसस में रह रहे थे।
उनके पिता मस्तान वली एक सेवानिवृत्त निजी कर्मचारी हैं, जो वर्तमान में भेल, हैदराबाद में रहते हैं। फारूक की बहन भी अमेरिका में रहती है और वह इस स्थिति को संभाल रही है।
लोकेश पालाचरला:
लोकेश अपनी पत्नी से मिलने के लिए बेंटनविल जा रहे थे। उनकी व्यक्तिगत जानकारी रिपोर्ट में नहीं दी गई है।
दर्शिनी वासुदेवन:
दर्शिनी तमिलनाडु की रहने वाली थीं और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर चुकी थीं। वह पिछले तीन साल से फ्रिस्को, टेक्सास में रह रही थीं। हादसे के समय वह अपने चाचा से मिलने जा रही थीं।
दर्शिनी के पिता ने उनकी लापता होने की सूचना मिलने पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मदद मांगी थी।
इस दर्दनाक हादसे ने पीड़ितों के परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है, जो अब अपने प्रियजनों की पहचान के पुष्टिकरण का इंतजार कर रहे हैं। इस हादसे ने अमेरिकी और भारतीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी है।