बिहार के गया में मंगलवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी की एक चिंताजनक घटना सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 सितंबर को लॉन्च की जाने वाली इस नई ट्रेन का उस समय परीक्षण चल रहा था, जब इस पर हमला हुआ।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेन के दूसरे कोच में सीट नंबर 4 की खिड़की का शीशा टूट गया, जो इंजन के ठीक पीछे स्थित थी। सौभाग्य से, परीक्षण के दौरान ट्रेन में कोई यात्री नहीं था, इसलिए किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
यह नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन टाटा नगर जमशेदपुर से पटना मार्ग पर चलने वाली है, जिससे इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी सुधारने की उम्मीदें थीं। हालांकि, इस पत्थरबाजी की घटना ने इस नई प्रीमियम सेवा की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं।
बिहार में बार-बार हो रही घटनाएँ
यह पहली बार नहीं है जब बिहार में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर हमला हुआ है। इस साल 21 जनवरी को, कटिहार जिले में न्यू जलपाईगुड़ी-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस पर भी अज्ञात लोगों ने पत्थर फेंके थे। यह हमला कटिहार रेल मंडल के दलकोला और तेलता रेलवे स्टेशनों के बीच हुआ था, जो नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे का हिस्सा है।
अधिकारियों द्वारा दोनों घटनाओं की जांच की जा रही है, और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है। भारतीय रेलवे इस मामले को गंभीरता से ले रही है, और पुलिस उन लोगों की पहचान करने के प्रयास में जुटी है, जो इस ताज़ा बर्बरता के लिए जिम्मेदार हैं।
सरकार को जल्द ही कुछ उपाय करना होगा