कर्नाटक के मंड्या जिले के नागमंगला कस्बे में गणपति जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। कुछ दुकानों और व्यवसायों को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे पुलिस को इलाके में धारा 163 के तहत सख्त प्रतिबंधात्मक आदेश लागू करने पड़े।
सूत्रों के अनुसार, बदरिकोप्पलु गांव के कुछ लोग गणपति विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे। जुलूस जब नागमंगला के मुख्य मार्ग से गुजर रहा था, तब कथित तौर पर एक मस्जिद के पास से उन पर पत्थर फेंके गए।
तनाव की बढ़ती स्थिति
इस घटना के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई और दोनों गुटों के बीच हिंसक झड़पें होने लगीं। गुस्साए लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और दो वाहनों को आग लगा दी।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति को बिगड़ता देख हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन किया और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई
मंड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बलादांडी ने घटना पर टिप्पणी करते हुए बताया कि जुलूस जब मस्जिद के पास पहुंचा तो वहां रुकने पर दोनों समुदायों के बीच बहस शुरू हो गई। पुलिस ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद लोग पुलिस स्टेशन के सामने विरोध करने लगे।
बलादांडी ने बताया कि दूसरे गुट के लोग भी बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ मोटरसाइकिलों और सड़क किनारे की दुकानों को भी आग लगा दी गई।
सुरक्षा व्यवस्था और वर्तमान स्थिति
पुलिस ने इलाके में उच्च सतर्कता जारी कर दी है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। साथ ही, आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि “स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और किसी को गंभीर चोट नहीं आई है, केवल कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं।”