बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस: मुख्य आरोपी ने सुसाइड किया

Bengaluru Mahalakshmi murder case Main accused commits suicide
Bengaluru Mahalakshmi murder case Main accused commits suicide

बेंगलुरु के महालक्ष्मी मर्डर केस के मुख्य आरोपी, मुक्तिरंजन रॉय, ने ओडिशा के भद्रक जिले के भुइनपुर गांव में बुधवार दोपहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव एक पेड़ पर लटकता मिला, और उसकी बाइक भी वहीं खड़ी थी।

पुलिस के अनुसार, मुक्तिरंजन के पास से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें उसने महालक्ष्मी के मर्डर की बात कबूली है। महालक्ष्मी और मुक्तिरंजन एक-दूसरे को जानते थे और दोनों एक ही मॉल में काम करते थे।

महालक्ष्मी का मर्डर: घटनाक्रम

20 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में महालक्ष्मी की लाश मिली थी। उसकी हत्या के बाद शव को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा गया था। महालक्ष्मी मल्लेश्वरम में एक कॉस्ट्यूम आउटलेट में टीम लीडर थीं।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने पुष्टि की कि संदिग्ध की ओडिशा में उपस्थिति की जानकारी मिली थी। आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई थीं, जिन्हें ओडिशा भेजा गया था। बेंगलुरु पुलिस भी आरोपी की तलाश में जुटी थी।

व्यक्तिगत जानकारी

महालक्ष्मी की शादी हेमंत दास से हुई थी, लेकिन दोनों पिछले चार साल से अलग रह रहे थे। महालक्ष्मी की 4 साल की एक बेटी भी है, जो हेमंत के साथ रहती है। महालक्ष्मी अक्टूबर 2023 से बसप्पा गार्डन के पास 5वीं क्रॉस पाइपलाइन रोड पर किराए के मकान में रह रही थीं।

महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह ने बताया कि उनका परिवार नेपाल के कठंद राज्य के टीकापुर गांव का रहने वाला है। 30 साल पहले उनके माता-पिता काम के लिए बेंगलुरु आए और यहीं बस गए।

मर्डर का खुलासा

महालक्ष्मी के मर्डर का खुलासा तब हुआ जब उसकी बिल्डिंग में रहने वाले जीवन प्रकाश को तेज बदबू का एहसास हुआ। बदबू मकान के टॉप फ्लोर से आ रही थी, जहां महालक्ष्मी रहती थी। जीवन ने महालक्ष्मी के दरवाजे पर पहुंचकर देखा कि बदबू इतनी बढ़ गई थी कि खड़ा होना मुश्किल हो गया था।

दरवाजे बाहर से लॉक था। जीवन ने तुरंत महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह और बहन को फोन लगाया। देर रात करीब 12:30 बजे महालक्ष्मी का परिवार पहुंचा। इसके बाद दरवाजे का लॉक तोड़ा गया।

कमरे में खून बिखरा पड़ा था और जमीन पर कीड़े रेंग रहे थे। महालक्ष्मी की मां ने फ्रिज खोला तो अंदर बेटी का कटा सिर, पैर और शव के 59 से ज्यादा टुकड़े थे।

पुलिस ने महालक्ष्मी के परिवार को बताया कि CCTV फुटेज में मर्डर की रात दो लोग स्कूटी से महालक्ष्मी के घर आए थे। पुलिस ने इस मामले में अशरफ नाम के एक हेयर ड्रेयर से भी पूछताछ की थी।

आरोपियों की पहचान और पूछताछ

उक्कम ने पुलिस को तीन नाम बताए थे, जिनमें महालक्ष्मी के मैनेजर, ऑफिस के एक कलीग और एक दोस्त शामिल थे। पुलिस ने इन्हें पकड़ा भी, लेकिन बस पूछताछ करके छोड़ दिया था। उक्कम के मुताबिक, जांच अधिकारी ने कहा था कि उन्होंने एक आरोपी को ट्रैक कर लिया है।

मुख्य आरोपी मुक्तिरंजन के बारे में बताया गया था कि वह ओडिशा का रहने वाला है और फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।

फोरेंसिक जांच

पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, अब तक 67 लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से 8 लोगों से पुलिस ने शक के आधार पर कड़ी पूछताछ की है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को घर के अंदर से किसी भी फोर्स एंट्री के सबूत नहीं मिले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आरोपियों ने हत्या के बाद खून को केमिकल से साफ किया और फरार हो गए।

शव के टुकड़े और फ्रिज

बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने बताया कि शव के टुकड़े एक 165 लीटर के फ्रिज में रखे गए थे। जांच में सामने आया है कि महिला के सिर को तीन हिस्सों में काटा गया था। महालक्ष्मी का मोबाइल भी घर से बरामद किया गया है और उसकी फोरेंसिक जांच की जा रही है।

पुलिस को वो हथियार भी नहीं मिला, जिसका इस्तेमाल महालक्ष्मी के शरीर को टुकड़ों में काटने के लिए किया गया था। हत्या वाली जगह पर पुलिस को कई उंगलियों के निशान मिले हैं। पुलिस अब भी पोस्टमॉर्टम जांच और FSL रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

यह मामला बेहद जटिल और भयावह है। महालक्ष्मी के परिवार और दोस्तों के लिए यह एक दुखद घटना है, और पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है।

Leave a Comment