आज जय प्रकाश नारायण की जयंती पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने JPNIC (जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर) में माल्यार्पण करने की घोषणा की है, लेकिन इस कार्यक्रम को लेकर अखिलेश और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच तनाव बढ़ गया है। अखिलेश यादव के घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर बैरिकेडिंग की गई है और कटीले तार बिछाए गए हैं। अखिलेश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो पोस्ट किया और सरकार की इस कार्रवाई को नकारात्मक करार दिया।
सपा का आरोप – क्या अखिलेश को हाउस अरेस्ट किया जा रहा है?
समाजवादी पार्टी ने सरकार से सवाल किया कि क्या अखिलेश को हाउस अरेस्ट किया गया है? वहीं, सरकार ने इस पूरे मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि बारिश के कारण JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं, इसलिए वहां माल्यार्पण करना सुरक्षित नहीं है।
तनाव की शुरुआत और JPNIC विवाद
यह विवाद गुरुवार रात से शुरू हुआ, जब अखिलेश ने JPNIC गेट पर टिन की दीवार खड़ी करते हुए मजदूरों का वीडियो पोस्ट किया। इसके बाद अखिलेश देर रात खुद JPNIC पहुंचे और मौके पर मौजूद ACP विकास जायसवाल से कहा, “देखते हैं कब तक खड़े रहते हो।”
यह दूसरी बार है जब जय प्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश और सरकार आमने-सामने आ गए हैं। पिछले साल भी JPNIC का गेट नहीं खोला गया था, जिसके बाद अखिलेश गेट कूदकर अंदर गए थे। JPNIC का निर्माण सपा सरकार के दौरान 2013 में शुरू हुआ था, लेकिन 2017 में योगी सरकार आने के बाद इस परियोजना की जांच शुरू हो गई, जिसके बाद से इसका निर्माण अधूरा है और पब्लिक की एंट्री बंद है। अखिलेश इसे सपा सरकार की देन बताते हुए वहां लगी जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार इसे असुरक्षित बताते हुए किसी को भी अंदर जाने नहीं दे रही है।