IPL 2026 धोनी बनेंगे मेंटर, अश्विन निभा सकते हैं गेंदबाजी कोच की भूमिका

चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की सबसे सफल टीमों में से एक है, जिसने पांच खिताब जीते हैं। अब टीम अपने भविष्य के लिए नई रणनीतियों पर काम कर रही है। आईपीएल 2026 के लिए एमएस धोनी और रविचंद्रन अश्विन की जोड़ी एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन सकती है। आइए जानते हैं इनके संभावित नए रोल और सीएसके की तैयारियों के बारे में।

धोनी की मेंटर के रूप में भूमिका

2024 में एमएस धोनी ने कप्तानी रुतुराज गायकवाड़ को सौंप दी थी। इसके बावजूद उन्होंने आईपीएल 2025 में एक और सीजन खेलने का फैसला किया, जिससे उनके संन्यास को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लग गया। हालांकि धोनी के हेड कोच बनने की संभावना कम है, लेकिन उनकी मेंटर के रूप में भूमिका निभाने की पूरी संभावना है। इससे टीम को उनके अनुभव और रणनीतिक समझ का लाभ मिलता रहेगा।

अश्विन की घर वापसी और कोचिंग संभावनाएं

रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने 2010 में सीएसके के साथ अपना आईपीएल सफर शुरू किया था, 2025 में टीम में एक बार फिर लौटे। 2024 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अश्विन ने चेन्नई सुपर किंग्स के हाई परफॉर्मेंस सेंटर का प्रमुख पद संभाला। यहां उन्होंने युवा खिलाड़ियों को तैयार करने और खेल में सुधार लाने का काम किया।

2025 में मौजूदा गेंदबाजी कंसल्टेंट एरिक सिमंस का कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में अश्विन को भविष्य में गेंदबाजी कोच या मेंटर की भूमिका दी जा सकती है। उनका अनुभव और खेल की समझ टीम के लिए अमूल्य साबित हो सकते हैं।

धोनी-अश्विन की जोड़ी का प्रभाव

धोनी मेंटर के रूप में और अश्विन गेंदबाजी कोच के रूप में चेन्नई सुपर किंग्स के भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। दोनों के बीच की शानदार समझ और खेल में उनकी रणनीतिक दक्षता आईपीएल 2026 में सीएसके को एक बार फिर खिताब का प्रबल दावेदार बना सकती है।

आईपीएल 2026 के लिए सीएसके के फैंस बेहद उत्साहित हैं। टीम की दूरदर्शी रणनीतियां और युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता, इसे एक बार फिर “येलो आर्मी” की शान बढ़ाने में मदद करेंगी। धोनी-अश्विन की यह जोड़ी आईपीएल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ सकती है।