31 मई: बेबाक बोल चंडीगढ़ और सात राज्यों में लोकसभा चुनाव के अंतिम और सातवें चरण के लिए शनिवार को मतदान होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनुराग ठाकुर, कंगना रनौत, रविशंकर प्रसाद, चरणजीत सिंह चन्नी, पवन सिंह और अभिषेक बनर्जी समेत विभिन्न दलों के 904 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि 10.6 करोड़ मतदाता हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआइ) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि इस चरण में सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ की कुल 57 सीटों पर मतदान होगा। जिसकी शुरुआत एक जून की सुबह सात बजे होगी और इसका समापन संसदीय क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। इसके साथ ही 18वीं लोकसभा के गठन के लिए 19 अप्रैल से जारी चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। सातवें चरण के साथ-साथ ओड़ीशा के 42 विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी मतदान होगा। सातवें चरण के मतदान में हर खासोआम के लिए सबसे बड़े आकर्षण का केंद्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी वाली वाराणसी संसदीय सीट होगी। इसका बीते एक दशक से प्रधानमंत्री नेतृत्व कर रहे हैं और इस बार वह अपनी जीत की हैट्रिक बनाने के लिए पुनः चुनावी रण में उतरे हैं। ईसीआइ ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव-2024 के कार्यक्रम की घोषणा की थी। इसमें बताया था कि इस बार देश में सात चरण में चुनाव होगा। 19 अप्रैल को चुनाव की शुरुआत से लेकर एक जून को समापन होगा। इसके बाद चार जून को मतगणना के साथ परिणाम जारी किया जाएगा। लोकसभा चुनाव के छह चरणों के बाद अब तक देश में 28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 486 सीटों के लिए मतदान हो चुका है। 57 सीटों में पंजाब और उत्तर प्रदेश की क्रमशः 13-13 सीटें, चंड़ीगढ़ की एक, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की आठ, हिमाचल प्रदेश की चार, ओड़ीशा की छह और झारखंड की तीन सीटें शामिल हैं। आयोग ने मतदान से जुड़ी सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान दलों को मशीनों और चुनाव संबंधी सामग्री के साथ मतदान केंद्रों पर भेज दिया गया है। मतदाताओं के लिए रैंप, पेयजल और शौचालय सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। जिससे मतदान आरामदायक और सुरक्षित वातावरण में संपन्न कराया जा सके। इसके अलावा चुनाव से जुड़े हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और राज्य मशीनरी को आयोग ने यह निर्देश दिया है कि वे जहां भी गर्म मौसम या बारिश का पूर्वानुमान हो। वहां उससे निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम करें। निर्वाचन आयोग ने मतदान सामग्री और कर्मियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए 13 विशेष रेलगाड़ियों और हेलिकाप्टर की आठ उड़ानों की व्यवस्था की है। मतदान से पहले ही 172 पर्यवेक्षक अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहुंच चुके हैं। इनमें 64 सामान्य पर्यवेक्षक, 32 पुलिस पर्यवेक्षक और 76 व्यय पर्यवेक्षक शामिल हैं। मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती से निपटने के लिए आयोग ने कुल दो हजार 707 उड़ान दस्ते, दो हजार 799 स्थैतिक निगरानी दल, एक हजार 80 निगरानी दल और 560 वीडियो दल चौबीसों घंटे निगरानी में तैनात रहेंगे। शराब, ड्रग्स और मुफ्त उपहारों के किसी भी अवैध प्रवाह पर कड़ी नजर रखने के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से कुल 201 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों और 906 अंतरराज्यीय सीमा चौकियों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। समुद्री और हवाई मागों पर भी आयोग की पैनी निगाह है। इस चरण के लिए आयोग को पंजाब के 13 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों से सर्वाधिक 598 नामांकन पत्र प्राप्त हुए थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश के 13 क्षेत्रों से 495, बिहार के 36-जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से सबसे ज्यादा 73, पंजाब के सात-लुधियाना संसदीय क्षेत्र से 70 नामांकन प्राप्त हुए। इसके अलावा चंड़ीगढ़ से 33, हिमाचल प्रदेश से 80, पश्चिम बंगाल से 215 नामांकन पत्र आयोग को मिले। इनमें नाम वापसी के बाद चंड़ीगढ़ से चुनाव लड़ने वाले कुल उम्मीदवारों की संख्या 19 है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में 37, पंजाब में 328, उत्तर प्रदेश में 144, पश्चिम बंगाल में 124 और बिहार में 134 उम्मीदवार मैदान में हैं। आयोग की तरफ से अब तक बीते छह चरण के मतदान का आधिकारिक आंकड़ा भी जारी किया गया है। इसके तहत पहले चरण में 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर 66.14 फीसद मतदान हुआ, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 13 राज्यों की 88 सीटों पर 66.71 फीसद मतदान हुआ। सात मई को तीसरे चरण में 11 राज्यों की 94 सीटों पर 65.68 फीसद, 13 मई को चौथे चरण में दस राज्यों की 96 सीटों पर 69.16 फीसद, 20 मई को पांचवें चरण में आठ राज्यों की 49 सीटों पर 62.20 फीसद, 25 मई को छठे चरण में आठ राज्यों की 58 सीटों पर 63.37 फीसद मतदान दर्ज किया गया।