हाथरस कांड में मरने वाले लोगों की मौत का कारण पोस्टमार्टम रपट के बाद खुलासा हो गया है। चिकित्सकों ने बताया कि ज्यादातर अनुयायियों की मौत सिर में चोट, दम घुटने व पसली टूटने से हुई है। एक के ऊपर एक कई लोग गिरे और आक्सीजन न मिलने से लोगों का दम घुट गया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों का कहना है कि वे रात 3:00 बजे से पोस्टमार्टम कर रहे हैं। ज्यादातर जो लोग इस हादसे का शिकार हुए हैं, उनकी मौत का कारण एक जैसे हैं। पोस्टमार्टम के लिए आई मृत शरीर पर मिट्टी लगी हुई थी। उनकी स्थिति देखकर लग रहा था कि जिस जगह पर भगदड़ मची, वहां गीली मिट्टी थी। लोग एक के ऊपर एक गिरे होंगे, जिससे ब्रेन हेमरेज, दम घुटना, पसली टूटना और शॉकिंग हेमरेज, हेड इंजरी हुई है।
भोले बाबा बोले, भगदड़ के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ कासगंज, 3 जुलाई (भाषा)। नारायण साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ ने बुधवार को बयान जारी कर हाथरस में गत मंगलवार को सत्संग के बाद हुई भगदड़ की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। साथ ही दावा किया कि उनके सत्संग छोड़ने के बाद हुई इस घटना के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ हो सकता है। वहीं, भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि बाबा के अनुयायी कभी भी उनके पैर नहीं छूते हैं। इससे साफ है कि इस घटना के पीछे कुछ असामाजिक तत्वों का हाथ हो सकता है। बाबा इस घटना की जांच कर रहे राज्य प्रशासन व पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
उधर, एटा के जिला अस्पताल के शवगृह में 27 शव लाए गए थे। वहीं, कुछ शवों को अलीगढ़ समेत आसपास के इलाकों के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया। एटा के एडिशनल चीफ मेडिकल आफिसर डा राम मोहन तिवारी ने बताया कि यहां पर लाए गए शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इनमें से कुछ शवों की शिनाख्त हो गई है और कुछ की बाकी है। वहीं, घटना के बाद मैनपुरी के बिछवां कस्बे में स्थित भोले बाबा के आश्रम के बाहर कड़ा सुरक्षा घेरा बनाया गया है। इधर मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के छह श्रद्धालुओं की मौत पर प्रदेश सरकार इन सभी लोगों के परिजनों को भी सहायता राशि प्रदान करेगी। लखनऊ में जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, घटना में जान गंवाने वाले लोगों में मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के श्रद्धालु शामिल हैं।