जहरीली शराब कांड: कल्लाकुरिची अस्पताल में विशेष डॉक्टर टीम, CB-CID को सौंपी जांच, विपक्ष का हमला

कल्लाकुरिची मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 से ज्यादा लोगों को भर्ती किया गया था, जिनमें से 18 लोगों को पुडुचेरी JIPMER और 6 लोगों को सलेम रेफर किया गया। इनके इलाज के लिए विल्लुपुरम, तिरुवन्नामलाई और सलेम से दवाइयां मंगाई गई हैं। डॉक्टरों की विशेष टीमों को कल्लाकुरिची अस्पताल बुलाया गया है और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

राज्य सरकार ने की त्वरित कार्रवाई

राज्य सरकार ने मामले की जांच CB-CID को सौंपी है। कल्लाकुरिची के डीएम श्रवण कुमार जाटवथ का ट्रांसफर कर दिया गया है और एसपी समय सिंह मीना को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, निषेध शाखा के 9 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने मंत्री ईवी वेलु और सुब्रमण्यम को प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए कल्लाकुरिची भेजा है। एमएस प्रशांत को जिले का नया कलेक्टर और राजथ चतुर्वेदी को एसपी नियुक्त किया गया है। सलेम रेंज की डीआईजी उमा ने कहा कि कल्लाकुरिची में 7 एसपी और 1000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं। एक हेल्प डेस्क भी बनाई गई है।

विपक्ष का हमला

AIADMK ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मिलावटी शराब पीने से लोगों की मौतें हो रही हैं। विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि DMK सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही जहरीली शराब के सेवन से मौतें हो रही हैं। उन्होंने राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। PMK के नेता एस रामदास ने मुख्यमंत्री स्टालिन से मौतों की जिम्मेदारी लेने की मांग की और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की अपील की।

BJP का कड़ा प्रहार

BJP के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने X (ट्विटर) पर कहा कि जहरीली शराब के कारण लोगों को अपने प्रियजनों को खोने का दर्द सहना पड़ रहा है। उन्होंने DMK सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले साल 22 लोगों की मौत के बावजूद उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है। अन्नामलाई ने कहा कि DMK सरकार में कोई जवाबदेही नहीं है और उनके मंत्री जहरीली शराब बेचने वालों के साथ फोटो खिंचाते हैं, जिससे उन्हें कोई डर नहीं है।

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