घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने वाहनों पर हथगोले फेंके और गोलीबारी की
जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन आतंकवादी नजदीक के जंगल में भाग गए। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उन्हें घेर लिया और मुठभेड़ जारी है।
कठुवा के बदनोता गांव के पास अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे आतंकियों ने उस वक्त हमला किया, जब सेना के जवान माचेडी- किंडली-मल्हार मार्ग पर नियमित गश्त पर थे।
सेना ने अभियान में पैरा कमांडो को भी शामिल कर लिया है। कमांडो को एअरलिफ्ट कर मौके पर ले जाया गया है।
पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए- मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
जम्मू कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए आतंकवादियों के हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सेना के वाहन को हथगोलों से निशाना बनाया और उस पर गोलीबारी की। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार में बदनोता गांव के पास माचेडी किंडली-मल्हार मार्ग पर सेना का वाहन नियमित गश्त पर था।
सेना के वाहन पर 10 जवान सवार थे, जो हमले की जद में आ गए। हमले में पांच जवान शहीद हो गए और शेष पांच घायल जवानों को उपचार के लिए पठानकोट सैन्य अस्पताल ले जाया गया है। घात लगाकर किए गए हमले के बाद, आतंकवादी नजदीक के जंगल में भाग गए। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के कर्मियों के सहयोग से सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है। आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई और हमलावरों को मार गिराने के लिए क्षेत्र में तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए। माना जाता है कि आतंकियों की संख्या तीन है और वे हथियारों से लैस हैं तथा वे हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ कर आए थे। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े संगठन ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
कठुआ जिले में एक महीने के अंदर यह दूसरा बड़ा हमला है। सोमवार के हमले से पहले 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की जान चली गई थी। अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के बावजूद व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगे घने वन क्षेत्र में आतंकवाद-रोधी अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं, जहां पूर्व में कई मुठभेड़ हुई हैं। यह वन क्षेत्र उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगा हुआ है। बसंतगढ़ के पनारा गांव में 28 अप्रैल को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ग्राम रक्षा प्रहरी मोहम्मद शरीफ की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी आशंका है कि सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकवादियों ने भीतरी इलाकों तक पहुंचने के लिए इस मार्ग का इस्तेमाल किया था। जम्मू क्षेत्र, जो अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है, हाल के महीनों में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों की एक शृंखला से दहल गया है।
ये हमले सीमावर्ती जिले पुंछ, राजौरी, डोडा और रियासी में हुए हैं। आतंकी गतिविधियों में हालिया वृद्धि उनके पाकिस्तानी आकाओं द्वारा आतंकवाद को फिर से बढ़ावा देने के प्रयासों का परिणाम है। डोडा जिले के गंदोह इलाके में हाल ही में हुए हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, जहां 26 जून को मुठभेड़ में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए थे। गोलीबारी की घटना में राजौरी जिले के मंजकोट इलाके में सेना के एक शिविर को निशाना बनाया गया, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था। सबसे दुखद घटनाओं में से एक नौ जून को हुई, जब आतंकवादियों ने रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ला रही एक बस पर हमला किया, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई और 41 घायल हुए।
ये घटनाएं क्षेत्र में बढ़ती हिंसा की उस प्रवृत्ति को रेखांकित करती है, जिसमें सुरक्षा बलों के वाहनों, खोज दलों और सैन्य काफिलों पर हमलों में नागरिक और सुरक्षाकर्मी दोनों हताहत हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों- उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद ने कठुआ जिले में सेना के जवानों पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की। जिस जगह हमला हुआ है, वह कठुआ के बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास है। इस बीच, सेना ने अभियान में पैरा कमांडो को भी शामिल कर लिया है। कमांडो को एअरलिफ्ट कर मौके पर ले जाया गया है। सेना की ओर से पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। उधर, बिलावर से बदनीता को जाने वाले मार्ग पर मछेडी से आगे वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है।