भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहर में बिजली के दाम में वृद्धि को लेकर दिल्ली सचिवालय के निकट आप सरकार के खिलाफ शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्लूए) के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर बिजली बिलों की प्रतियां जलाईं और बिजली खरीद समायोजन शुल्क (पीपीएसी) में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की। आप ने भाजपा पर यह अफवाह फैलाकर दिल्ली के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया कि पीपीएसी के माध्यम से दिल्ली में बिजली की कीमतें बढ़ा दी गई हैं। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए बिजली के प्रति यूनिट दाम को छेड़े बिना बिजली खरीद समायोजन शुल्क (पीपीएसी) बढ़ा दिया है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली में पीपीएसी का प्रावधान लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि 2015 में पीपीएसी सिर्फ 1.7 फीसद था और अब यह 46 फीसद हो गया है। भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख ने दावा किया कि केजरीवाल के 10 साल के कार्यकाल के दौरान मीटर शुल्क और लोड सरचार्ज भी तीन गुना बढ़ गया है।