राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। खासकर टमाटर के दाम 75 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। थोक बाजार में जिन सब्जियों की कीमत पहले 10 से 15 रुपए थी, वे अब 25 से 30 रुपए में मिल रही हैं। यानी सब्जियों की कीमत में करीब दोगुना इजाफा हुआ है। इसका कारण हिमाचल और उत्तराखंड से टमाटर समेत अन्य सब्जियों की आवक कम होना बताया जा रहा है, क्योंकि पहले भीषण गर्मी और अब भारी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। माना जा रहा है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से टमाटर की आपूर्ति बढ़ने पर राजधानी में इसके दाम में गिरावट आएगी। दिल्ली में टमाटर के अलावा प्याज और आलू, फूलगोभी, पत्तागोभी व लौकी जैसी सब्जियों के दामों में उछाल आया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण गर्मी और उसके बाद भारी बारिश के कारण सब्जियों की आपूर्ति बाधित हुई, जिससे खुदरा कीमतों में उछाल आया है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बीते 12 जुलाई को दिल्ली में टमाटर का खुदरा मूल्य 75 रुपए प्रति किलोग्राम था। उस दिन टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 65.21 रुपए प्रति किलोग्राम रहा, जबकि पिछले साल समान अवधि में यह 53.36 रुपए प्रति किलोग्राम था। सूत्रों के मुताबिक, सरकार अब सबसिडी वाले टमाटर की बिक्री को फिर से शुरू करने की योजना नहीं बना रही है। यह उपाय पिछले साल तब लागू किया गया था, जब टमाटर की कीमत 110 रुपए प्रति किलोग्राम से अधिक हो गई थी। आजादपुर सब्जी मंडी के एक व्यापारी ने बताया कि फिलहाल टमाटर का थोक भाव 50 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम है। स्थानीय किस्म का टमाटर 1,200 रुपए प्रति 28 किलोग्राम (एक क्रेट) और हाइब्रिड किस्म का टमाटर 1,400 से 1,700 रुपए में बिक रहा है। पहले टमाटर का भाव 25-30 रुपए प्रति किलोग्राम था। थोक बाजार में अन्य सब्जियों की कीमत करीब 25 से 28 रुपए प्रति किलोग्राम है। जो सब्जियां 10 से 15 रुपए में बिकती थीं, वे अब 25 से 30 रुपये में मिल रही हैं। बीन्स की थोक कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है, जो 40 से 50 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रही हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल दिल्ली को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से टमाटर की आपूर्ति हो रही है। वहां फसल को पहले भीषण गर्मी और अब भारी बारिश से नुकसान पहुंचा है। इस कारण राजधानी में टमाटर की आवक कम हुई है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने के साथ ही कीमतों में नरमी आने लगेगी।