प्रत्यक्ष कर संग्रह 5.74 लाख करोड़ रुपए से अधिक

कारपोरेट कंपनियों के अग्रिम कर भुगतान में वृद्धि से हुआ इजाफा। प्रतिभूति लेनदेन कर का प्रत्यक्ष कर संग्रह में 16,634 करोड़ रुपए का योगदान।

कारपोरेट कंपनियों के अग्रिम कर भुगतान में वृद्धि से चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.54 फीसद बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। अग्रिम कर की पहली किस्त 27.34 फीसद बढ़कर 1.48 लाख करोड़ रुपए हो गई, जो 15 जून को देनी होती है। इसमें 1.14 लाख करोड़ रुपए का निगम आयकर (सीआइटी) और 34,470 करोड़ रुपए का व्यक्तिगत आयकर (पीआइटी) शामिल है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 11 जुलाई 2024 तक का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 5,74,357 करोड़ रुपए है। इसमें 2,10,274 करोड़ रुपए का सीआइटी और 3,46,036 करोड़ रुपए का पीआइटी शामिल है। सीबीडीटी के मुताबिक, प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) का प्रत्यक्ष कर संग्रह में 16,634 करोड़ रुपए का योगदान है। पिछले वर्ष इसी अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4,80,458 करोड़ था। चालू वित्त वर्ष में 11 जुलाई तक 70,902 करोड़ रुपए का रिफंड भी जारी किया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी रिफंड से 64.4 फीसद अधिक है। अप्रैल से 11 जुलाई तक प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड समायोजन से पहले) 6.45 लाख करोड़ रुपए रहा, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में यह 5.23 लाख करोड़ रुपए था, यानी इसमें 23.24 फीसद की वृद्धि हुई है। पूरे वित्त वर्ष के लिए अंतरिम बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.99 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगाया गया है।

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