चेक गणराज्य की बारबोरा क्रेजिसिकोवा ने शनिवार को यहां महिला एकल फाइनल में जैसमीन पाओलिनी को हरा कर विंबलडन खिताब अपने नाम कर दूसरी बार ग्रैंडस्लैम ट्राफी जीती। तीन साल पहले क्रेजिसिकोवा ने 2021 में फ्रेंच ओपन में पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता था। तब इस 28 साल की खिलाड़ी को वरीयता नहीं मिली थी। इस सत्र में पीठ की चोट के कारण आल इंग्लैंड क्लब में भी वह 32 वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों में 31वें नंबर पर थीं। क्रेजिसिकोवा ने आल इंग्लैंड के क्लब पर फाइनल में पाओलिनी पर 6-2, 2-6, 6-4 की जीत से अप्रत्याशित जीत दर्ज की। उन्होंने अपनी मेंटोर (दिवंगत) 1998 विंबलडन चैंपियन जाना नोवोत्ना का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें पेशेवर टेनिस में आने के लिए प्रेरित किया था। क्रेजिसिकोवा ने कहा, ‘अभी जो हुआ यह अवास्तविक है, निश्चित रूप से मेरे टेनिस करियर का सर्वश्रेष्ठ दिन और मेरी जिंदगी का भी सर्वश्रेष्ठ दिन।’ अपनी चैंपियन प्लेट पकड़ते हुए क्रेजिसिकोवा ने खुद को भाग्यशाली करार दिया कि वह पिछले महीने फ्रेंच ओपन में उप विजेता रहीं सातवीं वरीयता प्राप्त पाओलिनी को पराजित करने में सफल रहीं। टूर्नामेंट के पिछले आठ चरण से नयी महिला चैंपियन निकली हैं और तब से क्रेजिसिकोवा विंबलडन चैंपियन बनने वाली आठवीं महिला खिलाड़ी हैं। पिछले साल का खिताब भी चेक गणराज्य की ही खिलाड़ी के नाम रहा था।
डिएडे डि ग्रूट ने व्हीलचेयर फाइनल में जीता लगातार 15वां खिताब
डिएडे डि ग्रूट ने शनिवार को यहां आल इंग्लैंड क्लब में महिला व्हीलचेयर फाइनल में अपनी छठी विंबलडन एकल ट्राफी जीतकर लगातार 15वां ग्रैंड स्लैम खिताब हासिल किया। उन्होंने हमवतन नीदरलैंड की अपनी साथी खिलाड़ी एनीक वैन कूट को 6-4, 6-4 से हराया। डिएडे डि ग्रूट ने अपने लगातार मेजर खिताबों के कीर्तिमान में इजाफा करते हुए अपनी ट्राफियों की कुल संख्या 23 कर दी। उन्होंने 2020 के अमेरिकी ओपन के बाद से हर ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीता है।