ग्रेटर नोएडा, 13 जुलाई। सुंदर भाटी गिरोह का सक्रिय बदमाश दनकौर के गांव जुनेदपुर की मढैया निवासी संदीप नागर को पुलिस ने शुक्रवार की देर रात ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच गिरफ्तार कर लिया। संदीप को गिरफ्तार करने पहुंची विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और उत्तर प्रदेश पुलिस को ग्रामीणों की गोलीबारी और पथराव का सामना करना पड़ा। विरोध कर रहे लोगों ने पथराव कर एसटीएफ की गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया और पुलिस बल पर गोलीबारी भी की। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने संदीप नागर को गिरफ्तार कर लिया। गोलीबारी के दौरान पुलिसकर्मियों ने आसपास की खेतों में छुपकर अपने आप को सुरक्षित किया। संदीप पर 30 से ज्यादा संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या, रंगदारी, वसूली, अपहरण आदि के मामले शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक संदीप नागर और उसके बेटे पुनीत उर्फ आशू उर्फ आशीष के खिलाफ मारपीट, जान से मारने की धमकी देने व रंगदारी मांगने के आरोप में 2020 में मुकदमा दर्ज हुआ था। पिता-पुत्र, दोनों तभी से फरार चल रहे थे। कोर्ट ने इनके खिलाफ पर गैर जमानती वारंट जारी करने के साथ-साथ धारा 82 की कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस जब भी संदीप को गिरफ्तार करने जाती, तब तब उसको ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ता था। इस बार संदीप की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी एसटीएफ की स्थानीय इकाई को सौंप गई। एसटीएफ ने शुक्रवार की देर रात थाना ईकोटेक वन और आसपास के अन्य थानों का पुलिस बल लेकर गांव में संदीप के ठिकाने पर दबिश दी। इसकी भनक जब संदीप के समर्थक ग्रामीणों को हुई तो वे पुलिस दल पर हमलावर हो गए। ग्रामीणों ने एसटीएफ की गाड़ी पर पथराव कर दिया और आसपास के घरों से एसटीएफ के साथ-साथ पुलिस बल पर गोली चलानी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया। अन्य थानों की पुलिस बल को भी सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया। भारी विरोध के बीच आखिरकार संदीप नागर को गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने पथराव कर पुलिस की गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया है। इसके साथ-साथ संदीप नगर के समर्थकों की तलाश में भी दबिश दी जा रही है। देर रात तक पुलिस में गांव की घेराबंदी कर रखी थी। ।। एडीपीसी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि संदीप नगर लंबे समय से वांछित चल रहा था। भारी विरोध के बीच उसको गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तारी से पहले गांव खाली कराने की कोशिश दनकौर के गांव जुनेदपुर की मढैया में संदीप नागर को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने गांव को खाली करने की कोशिश की थी। इस वजह से ग्रामीणों को अंदाजा लग गया था कि पुलिस गांव में किसी कार्रवाई को अंजाम देने आई है। इस दौरान गांव से महिलाओं और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया, लेकिन संदीप नागर के ठिकाने के आसपास पुलिस की पैनी निगाह रही। कुछ ग्रामीणों को भनक लग गई की पुलिस संदीप को गिरफ्तार करने आई है, जिसके बाद उसके समर्थक सर्तक हो गए थे और पुलिस पर पथराव व गोली चलाई।
उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था संदीप संदीप नागर पूर्व में उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था। आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया था। वह कुख्यात माफिया सरगना सुंदर भाटी गिरोह का सक्रिय गुर्गा है।