दक्षिण-पश्चिम मानसून 10 दिन थमने के बाद 20 जून को ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के बड़े हिस्सों में पहुंच गया। अगले 3-4 दिनों में यह गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंच सकता है। अभी तक देश में 1 से 20 जून तक 77 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 17% कम है।
मानसून की प्रगति
12 जून तक: केरल, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिण महाराष्ट्र, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पश्चिमोत्तर राज्यों में पहुंचा।
18 जून तक: गुजरात के नवसारी, महाराष्ट्र के जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, ओडिशा के मलकानगिरी और आंध्र प्रदेश के विजयनगरम तक पहुंचा।
मानसून की आगे की प्रगति
IMD के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में मानसून गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंच सकता है।
मानसून का प्रभाव
हीटवेव और हीटस्ट्रोक
हीटस्ट्रोक के मामले: 1 मार्च से 18 जून तक लगभग 41,000 हीटस्ट्रोक के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। हीटवेव के कारण 114 लोगों की मृत्यु हुई है।
असम: 15 जिलों में बाढ़ के कारण 1.62 लाख लोग और 1 लाख जानवर प्रभावित हुए हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क में जानवरों की सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो तैनात किए गए हैं।
छत्तीसगढ़: गर्मी की छुट्टियों को 25 जून तक बढ़ा दिया गया है।
ओडिशा: स्कूलों के खुलने का फैसला कलेक्टर लेंगे।
दिल्ली: राजधानी में रात का न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। गर्मी के कारण बिजली की डिमांड बढ़कर 8,656 मेगावॉट पहुंच गई है।
उड़ानों पर असर
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर उच्च तापमान के कारण उड़ानों में देरी हुई। हवा की परत पतली होने के कारण एयरक्राफ्ट के टेकऑफ और लैंडिंग में कठिनाई हुई।
आगे का मौसम पूर्वानुमान
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा: अगले 5 दिनों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश।
कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा: गरज-चमक के साथ बारिश और 40-50 किमी प्रति घंटे की हवाएं अगले 5 दिनों तक।
गांगेय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा: गरज-चमक के साथ बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की हवाएं अगले 5 दिनों तक।
मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़: हल्की से मध्यम बारिश और 40-60 किमी प्रति घंटे की हवाएं। 21 जून को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में और 22 जून को पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है।