केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि मादक पदार्थ की जांच के लिए जल्द ही जांच एंजसियों को एक सस्ती किट उपलब्ध कराई जाएगी। इससे ऐसे मामलों की जांच आसान होगी और इससे मामला दर्ज करने में आसानी होगी। अमित शाह मानस पोर्टल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्यों को नार्कोटिक्स फारेंसिक्स पर अपने बजट का एक हिस्सा खर्च करना चाहिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने नशामुक्त भारत अभियान को अच्छी तरह से आगे बढ़ाया है और सभी धार्मिक, युवा और रोटरी संगठनों को भी इसमें जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ इस लड़ाई में अभी हमें बहुत रास्ता तय करना बाकी है और अब हमें इसकी गति और व्यापकता बढ़ानी होगी। हमें गति बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़नी और व्यापकता बढ़ाने के लिए कई साथियों को साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में बहुत गंभीरता आई है और हम इसे एक अभियान के रूप में आगे बढ़ाने में सफल रहे हैं। गृह मंत्री ने श्रीनगर में एनसीबी के क्षेत्रीय कार्यालय का आभासी उद्घाटन भी किया। अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स का सबसे बड़ा नुकसान है कि ये भावी पीढ़ी को खोखला कर देती है और इसका आदी सदस्य अपने साथ- साथ अपने पूरे परिवार को भी घोर निराशा और हीनभावना से ग्रसित कर देता है। इसका एक नया खतरा सामने आया है कि अब ये पूरा बिज़नेस नार्को टेरर के साथ जुड़ गया है और देश की सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा ड्रग्स की कमाई से आने वाला पैसा बन गया है।