केरल के मलप्पुरम में निपाह विषाणु से संक्रमित एक लड़के की रविवार को मौत हो गई। उसका यहां इलाज किया जा रहा था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने बताया कि लड़का पांडिक्कड़ से था और रविवार सुबह 10:50 बजे उसे दिल का दौरा पड़ा, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। दिल का दौरा पड़ने के बाद उसे बचाने का बहुत प्रयास किया गया, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे और पूर्वाह्न 11:30 बजे उसकी मौत हो गई। मंत्री ने कहा कि उसका अंतिम संस्कार अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकाल के अनुरूप किया जाएगा। जिलाधिकारी लड़के के माता-पिता और परिवार के साथ चर्चा करेंगे और उसके बाद ही अंतिम संस्कार के बारे में कोई फैसला किया जाएगा। वर्तमान में कोझिकोड मेडिकल कालेज में तीन लोग पृथकवास में हैं। इसी अस्पताल में लड़के का इलाज किया जा रहा था। मंजेरी मेडिकल कालेज में उच्च जोखिम श्रेणी के चार लोग भर्ती हैं, जिनमें से एक व्यक्ति आइसीयू में है। मरीजों के नमूनों की जांच रपट आज आ जाएगी। लड़का 11 मई को स्कूल गया था, लेकिन अभी तक लक्षण वाले मरीजों के ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं। इससे पहले दिन में मंत्री ने बताया था कि लड़के के संपर्क में कुल 246 लोग आए थे, जिनमें से 63 उच्च जोखिम वाली श्रेणी में हैं। उन्होंने कहा कि हम उच्च जोखिम वाली श्रेणी में सभी की जांच करेंगे, पर पहले उन लोगों की जांच की जाएगी, जिनमें लक्षण दिखाई दे रहे हैं। राज्य में प्रयोगशालाएं हैं और पुणे एनआइवी से एक मोबाइल प्रयोगशाला राज्य में आ रही है।