अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को घोषणा की है कि वह राष्ट्रपति पद का आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे। बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ से हटने का एलान करते हुए कहा कि ‘यह मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है।’ उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामित करने के लिए अपना समर्थन दिया। बाइडेन ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, ‘आज मैं इस साल अपनी पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाने के लिए कमला को अपना पूरा समर्थन और अनुमोदन देना चाहता हूं। डेमोक्रेट्स यह एक साथ आने और ट्रंप को हराने का समय है। चलो ऐसा करते हैं।’ डेमोक्रेट सांसद जयापाल ने कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया। जून के अंत में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी एवं देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बहस में खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पिछले कई हफ्तों से बाइडेन पर मुकाबले से हटने का दबाव बना रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया है। बाइडेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक पत्र में कहा कि राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। उन्होंने कहा, ‘मेरा इरादा फिर से चुनाव लड़ने का था, लेकिन मेरा मानना है कि यह मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है कि मैं दौड़ से बाहर होकर अपने शेष कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति के रूप में कर्तव्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करूं।’ हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति बराक अबोमा ने भी जो बाइडेन को राष्ट्रपति दावेदारी छोड़ने की सलाह दी थी। उसके अलावा डेमोक्रेट्स के कई बड़े नेता भी उन्हें पीछे हटने के लिए कह रहे थे। बाइडेन का स्वास्थ्य भी उनका साथ नहीं दे रहा था और कुछ दिन पहले ही कोविड पाजिटिव निकले हैं। बाइडेन इस एलान के बाद उस छोटे समूह का हिस्सा बन चुके हैं, जहां एक राष्ट्रपति ने खुद ही दावेदारी से पीछे हटने का फैसला लिया हो। बाइडेन से पहले ऐसा साल 1968 में देखने को मिला था जब लिंडन जानसन ने राष्ट्रपति दावेदारी से पीछे हटने का फैसला लिया था। उस समय उनकी जगह तबके उप राष्ट्रपति हबर्ट हंफ्रे को आगे किया गया, लेकिन वे उस चुनाव में रिचर्ड निक्सन से बुरी तरह हार गए थे। बाइडेन ने अपने पोस्ट में कहा, ‘मैंने 2020 में कमला हैरिस को उप राष्ट्रपति पद के लिए चुना। और वह सबसे अच्छा फैसला था।’
अमेरिका में नौ नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है। कई सर्वे में 59 साल की कमला हैरिस को डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सबसे मजबूत दावेदार बताया जा रहा था। बाइडेन की पार्टी ने हाल ही में एक सर्वे कराया, जिसमें कमला हैरिस के बारे में लोगों की राय ली गई। सर्वे से पता चला कि डेमोक्रेट यानी बाइडेन के पार्टी के लोग चाहते हैं कि कमला हैरिस राष्ट्रपति बनें। जबकि बाइडेन का भारी विरोध हो रहा था और लेफ्ट विंग के बीच उनकी लोकप्रियता घट गई थी। एपी-एनओआरसी सेंटर फार पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के सर्वे में लोगों ने कहा कि हैरिस अगर सत्ता संभालती हैं, तो यह देश के लिए अच्छा होगा। लगभग 58 फीसद डेमोक्रेट सोचते हैं कि हैरिस एक अच्छी राष्ट्रपति बनेंगी, जबकि 22 फीसद सोचते हैं कि वह ऐसा नहीं करेंगी और 20 फीसद कुछ नहीं कहना चाहते।
डेली मेल की रपट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने विज्ञापनों की एक शृंखला तैयार करवा ली है, जो कमला हैरिस के मौजूदा कार्यकाल पर है। ट्रंप की टीम का मानना है कि कमला हैरिस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वो पहली अश्वेत महिला हैं, जो उपराष्ट्रपति बनी हैं। अगर वे राष्ट्रपति चुनाव लड़ती हैं तो अश्वेत मतदाताओं को ध्यान में रखकर रणनीति तय करनी होगी।
बाइडेन ने कहा, ‘मेरा इरादा फिर से चुनाव लड़ने का था, लेकिन मेरा मानना है कि यह मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है कि मैं दौड़ से बाहर होकर अपने शेष कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति के रूप में कर्तव्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करूं।