उत्तराखंड में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। बुधवार रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीम बली और लिंचोली के बीच बादल फटने से मलबा आ गया। इससे 200 से ज्यादा तीर्थयात्री पैदल मार्ग में फंसे गए। हरिद्वार के रुड़की के थाना बहादराबाद क्षेत्र के भारापुर गांव में भारी बारिश से एक मकान गिर गया जिसमें 12 लोग दब गए और मकान के मलबे में दब कर दो बच्चों की मौत हो गई है। कालाढूंगी के मेथीशाह नाले में पानी के तेज बहाव में एक कार बह गई, जबकि कार सवार न्दो युवक बाल-बाल बच गए। हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट के पास सूखी नदी के रास्ते पर खड़ा कांवड़ियों का एक ट्रक गंगा में बह गया। भारापुर के भोरी डेरा गांव में मोहब्बत उर्फ काला का मकान है, देर शाम बारिश के दौरान बरामदे का लिंटर और दीवार भरभराकर गिर पड़ा। हादसे में दस साल के आस मोहम्मद पुत्र मुजम्मिल व आठ साल की नगमा पुत्री इल्फात की मौत हो गई जबकि मोहब्बत पुत्र अहमद, तहबानो पत्नी मोहब्बत, मानो पत्नी इलताफ, ताहिर, दानिश, मंतसा, सरफराज, फहरा और इमराना घायल हो गए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बच्चों की मौत की पुष्टि की है। वहीं गौरीकुंड में मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ गया। सोन प्रयाग में भी नदी का जलस्तर बढ़ा है। सोनप्रयाग गौरीकुंड सहित कई जगह बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया चार धाम यात्रियों की सुरक्षा के गुरुवार एक अगस्त को चारधाम यात्रा स्थगित की गई है। टिहरी में घनसाली के पास बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई। तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं।