अक्टूबर में दिखेगा शनि-चंद्र ग्रहण का दुर्लभ नजारा: शनि और चंद्रमा की होगी लुकाछिपी

Rare view of Saturn-Moon eclipse will be seen in October Saturn and Moon will play hide and seek
Rare view of Saturn-Moon eclipse will be seen in October Saturn and Moon will play hide and seek

ज्योतिष शास्त्र में शनि चंद्र ग्रहण की घटना को विशेष महत्व दिया गया है। इस साल 14 अक्टूबर को एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जब शनि चंद्रमा के पीछे छिपेगा और आकाश में अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करेगा। आइए जानें इस ग्रहण के महत्व और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।

शनि-चंद्रमा का दुर्लभ नजारा

आम तौर पर, चांद को बादलों के पीछे छिपते हुए देखा जाता है, लेकिन इस बार शनि चंद्रमा के पीछे छिपते हुए नजर आएगा। शनि और चंद्रमा के इस अद्वितीय मिलन को “लूनर ऑकल्टेशन ऑफ सैटर्न” कहा जाता है। यह घटना 14 अक्टूबर को होगी और खगोलशास्त्रियों द्वारा इसे बड़े ध्यान से अध्ययन किया जा रहा है।

शनि का चंद्र ग्रहण क्यों है खास?

साधारणत: सूर्य और चंद्र ग्रहण का अद्भुत दृश्य देखा जाता है, लेकिन शनि चंद्र ग्रहण की घटना अपने आप में विशेष होती है। जब शनि और चंद्रमा अपनी पथ पर चलते हुए एक-दूसरे के करीब आते हैं, तो शनि चंद्रमा के पीछे से निकलता हुआ दिखाई देता है। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है जो बहुत कम देखने को मिलती है।

14 अक्टूबर को दिखेगा यह अद्भुत नजारा

वैज्ञानिकों के अनुसार, शनि और चंद्रमा के इस अद्भुत मिलन को नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। हालांकि, यदि आप शनि के छल्लों को स्पष्ट रूप से देखना चाहते हैं, तो एक छोटी दूरबीन का उपयोग किया जा सकता है।

कुंभ राशि में शनि की उपस्थिति

इस समय शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में स्थित हैं, जो लगभग 30 वर्षों के बाद हुआ है। शनि चंद्र ग्रहण की घटना भी इस राशि में हो रही है, जिससे यह दिन कुंभ राशि वालों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती

कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है, जिससे इस ग्रहण का विशेष प्रभाव इस राशि पर पड़ सकता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह घटना कुंभ राशि वालों के लिए लाभकारी रहेगी, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

पिछला शनि चंद्र ग्रहण

24 जुलाई 2024 को भी शनि चंद्र ग्रहण का अद्भुत नजारा देखा गया था, जब शनि चंद्रमा के पीछे से निकलते हुए दिखाई पड़ा था।

अन्य राशियों पर प्रभाव

इस ग्रहण का प्रभाव कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर भी पड़ेगा, जहां शनि की ढैय्या चल रही है।

इस प्रकार, शनि चंद्र ग्रहण एक दुर्लभ और महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, जो न केवल ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि आकाशीय दृष्टि से भी एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।

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