Paris Olympics: तीसरे पदक की तरफ बढ़े कदम, मनु भाकर 25 मीटर महिला पिस्टल के फाइनल में

Manu Bhaker in 25m women's pistol final
Manu Bhaker in 25m women’s pistol final

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक खेलों में भारत के लिए अभूतपूर्व तीसरे पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को शेटराउ में निशानेबाजी की 25 मीटर महिला पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जबकि ईशा सिंह प्रतियोगिता से बाहर हो गईं।

मनु ने प्रिसिजन में 294 और रेपिड में 296 अंक के साथ कुल 590 अंक जुटाकर क्वालीफिकेशन में दूसरा स्थान हासिल किया और फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने प्रिसिजन दौर में 10-10 निशानों की तीन सीरीज में क्रमशः 97, 98 और 99 अंक जुटाए, जबकि रेपिड दौर में उन्होंने तीन सीरीज में 100, 98 और 98 अंक हासिल किए। हंगरी की मेजर वेरोनिका ने 592 अंक के साथ ओलंपिक के क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया।

दूसरी ओर, ईशा सिंह प्रिसिजन में 291 और रेपिड में 290 अंक के साथ कुल 581 अंक जुटाकर 18वें स्थान पर रहीं और आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं। उन्होंने प्रिसिजन की पहली दो सीरीज में 95 और 96 अंक जुटाने के बाद 100 अंक के साथ जोरदार वापसी की, लेकिन रेपिड दौर में 97, 96 और 97 अंक ही जुटा सकीं। इस स्पर्धा का फाइनल शनिवार, 3 अगस्त को खेला जाएगा।

क्वालीफिकेशन के प्रिसिजन दौर के बाद मनु और ईशा क्रमशः तीसरे और 10वें स्थान पर थीं। प्रिसिजन दौर में शीर्ष दो स्थान पर रहीं वेरोनिका और फ्रांस की कैमिली जेद्रेजेवस्की ने भी मनु के समान 294 अंक जुटाए, लेकिन दोनों ने ‘एक्स’ (लक्ष्य का केंद्र) पर अधिक निशाने लगाकर पहले दो स्थान पर कब्जा जमाया। मनु ने ‘एक्स’ पर सात निशाने साधे, जबकि वेरोनिका और कैमिली ने क्रमशः 15 और 13 बार ऐसा किया।

पुरुष स्कीट क्वालीफिकेशन के पहले दिन, अनंतजीत सिंह नरूका 30 निशानेबाजों के बीच 26वें स्थान पर रहे। अनंतजीत ने 25-25 निशानों की तीन सीरीज में क्रमशः 23, 22 और 23 अंक जुटाए। उन्होंने पहली सीरीज में दो निशाने चूके, दूसरी सीरीज में तीन निशाने चूक गए और तीसरी सीरीज में एक बार फिर निशाने चूके, जिससे कुल 68 अंक ही जुटा सके। क्वालीफिकेशन दौर की दो सीरीज अब शनिवार को होंगी, जिसके बाद शीर्ष छह निशानेबाज फाइनल में जगह बनाएंगे।

अमेरिका के विन्सेंट हेनकॉक 75 में से 75 अंक जुटाकर शीर्ष पर हैं। अनंतजीत की शीर्ष छह में जगह बनाकर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की संभावना बेहद कम है।