कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की भारी कमी, हाल के हादसों ने बढ़ाई चिंता
दिल्ली के करोल बाग और मुखर्जी नगर के 461 कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा मानकों की कमी पाई गई है। दमकल विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इन सेंटरों में आग से निपटने के पुख्ता इंतजाम न होने की वजह से वे सुरक्षा ऑडिट में फेल हो गए हैं।
हाल के हादसों ने बढ़ाई सुरक्षा को लेकर चिंताएं
हाल ही में, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राउज आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद, कोचिंग सेंटरों के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे थे। अदालत के आदेश पर दमकल विभाग ने इन सेंटरों का सर्वे किया, जिसके बाद नोटिस जारी कर सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
मिलती हैं ये कमियां
- अवैध संचालन: कई कोचिंग सेंटर अवैध तरीके से बेसमेंट में चल रहे थे।
- सिर्फ एक रास्ता: कई इमारतों में आने-जाने के लिए केवल एक ही रास्ता था, जो आपात स्थिति में खतरनाक साबित हो सकता है।
- आग से निपटने के उपाय: कई सेंटरों में आग से निपटने के आवश्यक इंतजाम नहीं थे।
- बिजली के मीटर: कुछ कोचिंग सेंटरों में एंट्री-एग्जिट और सीढ़ियों पर ही बिजली के मीटर लगे हुए थे, जो सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं हैं।
अन्य क्षेत्रों में भी जारी है निरीक्षण
फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के अन्य इलाकों में भी कोचिंग सेंटरों का सुरक्षा निरीक्षण किया जा रहा है। इस काम को अगले महीने तक पूरा किए जाने की उम्मीद है। निरीक्षण के बाद जिन सेंटरों में नियमों का पालन नहीं किया गया, उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।
भविष्य की सुरक्षा
15 जून 2023 को मुखर्जी नगर में आग लगने से 61 छात्र घायल हो गए थे। इसके अलावा, 25 जनवरी 2020 को भजनपुरा में कोचिंग सेंटर की छत गिरने से चार छात्रों समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गंभीरता को उजागर किया है और इसे सुधारने की आवश्यकता को बल दिया है।