गौतम अडानी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट लिमिटेड (एसीएल) बिहार में एक प्रमुख निवेश की योजना बना रही है। कंपनी ने बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज में सीमेंट ग्राइंडिंग प्लांट स्थापित करने के लिए लगभग 1,600 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को इस प्लांट की नींव रखी।
नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि अडानी समूह का यह निवेश बिहार की विकास क्षमता को दर्शाता है और राज्य के लोगों के लिए सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह बिहार में किसी सीमेंट कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) ने इस सीमेंट प्लांट के लिए 67.90 एकड़ जमीन आवंटित की है और पर्यावरण मंजूरी भी मिल गई है।
इस प्लांट से लगभग 250 प्रत्यक्ष और 1000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, और अनुमानित ₹250 करोड़ का प्रतिवर्ष राजकोषीय योगदान भी होगा। वारिसलीगंज सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई, जो 60 लाख टन प्रति वर्ष की क्षमता की होगी, अंबुजा सीमेंट का बिहार में पहला वेंचर है।
अंबुजा सीमेंट के अलावा, मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में भी एक और सीमेंट इकाई के लिए 26.60 एकड़ जमीन बियाडा द्वारा आवंटित की गई है। अडानी समूह ने अररिया, किशनगंज और बेगुसराय में भी निवेश का प्रस्ताव दिया है।
देशभर के कारोबारी समूहों की बिहार में बढ़ती रुचि के चलते, जेके सीमेंट, पेप्सिको, कोका कोला जैसी बड़ी कंपनियों ने भी राज्य में निवेश करने का निर्णय लिया है, जिससे रोजगार सृजन की उम्मीदें बढ़ गई हैं। उद्योग विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2016-2022 के बीच 1959 औद्योगिक इकाइयों को स्टेज 1 मंजूरी दी गई थी, जबकि 2023 से अब तक 671 इकाइयों को 7894 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ मंजूरी दी गई है।