दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया। 1 अगस्त 2024 को एक अज्ञात ईमेल आईडी से स्कूल को बम प्लांट करने की धमकी मिली थी। पुलिस ने सूचना मिलते ही स्कूल को खाली करवा दिया और बम डिटेक्शन टीम और डॉग स्क्वायड के साथ जांच की, जिसमें कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई।
पुलिस ने 2 अगस्त 2024 को इस मामले की रिपोर्ट दर्ज की और साइबर पुलिस स्टेशन दक्षिण में जांच शुरू की। त्वरित कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने सीआर पार्क क्षेत्र में संदिग्ध नाबालिग को पकड़ लिया। जांच के दौरान पता चला कि यह धमकी एक फर्जी ईमेल थी जो स्कूल के ही एक छात्र ने भेजी थी। आरोपी नाबालिग के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया।
पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर नाबालिग ने स्वीकार किया कि उसने यह धमकी स्कूल से छुट्टी पाने के लिए भेजी थी। उसके अनुसार, वह स्कूल नहीं जाना चाहता था और इसलिए उसने यह कदम उठाया।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि ईमेल के माध्यम से मिली धमकी के बाद तत्काल कदम उठाए गए थे। स्कूल परिसर की गहन जांच की गई और एफआईआर दर्ज कर जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। नाबालिग की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच जारी है।
इस घटना ने सुरक्षा और किशोर अपराध के मुद्दे पर नए सवाल खड़े किए हैं। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि ऐसे मामलों में तत्काल और प्रभावी प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण होती है।