पेरिस ओलंपिक 2024: सुरक्षा पर हाई अलर्ट
पेरिस ओलंपिक 2024 की मेज़बानी कर रहे फ्रांस ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है। हाल ही में, 26 जुलाई 2024 को, ओलंपिक खेलों के उद्घाटन से कुछ घंटे पहले, पेरिस में रेलवे नेटवर्क पर बड़ा हमला हुआ। इस हमले ने कई रेलवे लाइनों को नुकसान पहुंचाया और रेल सेवाओं को प्रभावित किया। फ्रांस के प्रधानमंत्री गेब्रियल अट्टल ने इसे ओलंपिक खेलों में बाधा डालने की साजिश करार दिया।
1972 म्यूनिख ओलंपिक हमला
ओलंपिक खेलों के इतिहास में सबसे भयानक आतंकी हमला 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में हुआ। फलस्तीन के आतंकियों ने इजरायली खिलाड़ियों को उनके होटल में बंधक बना लिया था। 6 सितंबर 1972 को पांच नकाबपोश आतंकियों ने इजरायली वेटलिफ्टर जोसेफ रोमानो और रेसलिंग के कोच मोशे वेनबर्ग की हत्या की और नौ इजरायली खिलाड़ियों को बंधक बना लिया।
आतंकियों ने जर्मनी की सरकार से इजरायल के कुछ नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग की। जब सरकार ने आतंकियों को एक सुरक्षित कैरियरो भेजने की पेशकश की, तो आतंकियों ने अपने बंधकों को ले जाने का दबाव बनाया। जर्मनी ने ऑपरेशन के जरिए आतंकियों को नष्ट करने का प्रयास किया, लेकिन इस ऑपरेशन में सभी बंधक खिलाड़ी मारे गए। यह घटना ओलंपिक इतिहास में पहली बार हुई जब खेलों के सभी इवेंट्स कुछ समय के लिए रोक दिए गए।
1996 एटलांटा ओलंपिक बम ब्लास्ट
1996 के एटलांटा ओलंपिक के दौरान एक और गंभीर हमला हुआ। इस बम ब्लास्ट को अमेरिकी आतंकवादी एरिक रुडोल्फ ने अंजाम दिया था। हमला एक पार्क में हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 111 लोग घायल हुए। इस हमले ने सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को जन्म दिया और खेलों के आयोजनों पर असर डाला।
समापन
ओलंपिक खेलों के दौरान आतंकी हमलों ने हमेशा सुरक्षा के मुद्दों को उजागर किया है और आयोजकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता पाई है। पेरिस ओलंपिक 2024 के साथ, सुरक्षा एजेंसियाँ हर संभावित खतरे को रोकने के लिए उच्चतम स्तर पर सतर्क हैं, ताकि खेलों का सफल और सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित किया जा सके।