बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच कट्टरपंथियों ने कई हिंदू मंदिरों और घरों पर हमला कर दिया, जिससे देश में हिंसा का माहौल बन गया है। इस हिंसा में दो हिंदू पार्षदों की हत्या कर दी गई।
कट्टरपंथियों का हमला
रविवार को बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने कई हिंदू मंदिरों और घरों पर हमला किया। रंगपुर सिटी के पार्षद हराधन रॉय और काजल रॉय की हत्या कर दी गई। हराधन रॉय रंगपुर शहर में वॉर्ड नंबर 4 से पार्षद थे और आवामी लीग पार्टी से जुड़े थे। ISKON और काली मंदिरों पर भी हमला किया गया, जिससे श्रद्धालुओं को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा।
हिंसा का व्यापक प्रभाव
रविवार को बांग्लादेश में हिंसा के दौरान 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और मंदिरों को निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए हिंसक प्रदर्शन किए। इस हिंसा में अब तक 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
भारत ने जारी किया अलर्ट
भारत ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी आवाजाही सीमित रखने की सलाह दी है। भारत ने अपने नागरिकों से अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने के लिए कहा है। बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण झड़पें हो रही हैं।
सरकार का सख्त रवैया
बांग्लादेश सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। सोशल मीडिया मंचों जैसे फेसबुक, मैसेंजर, व्हॉट्सऐप और इंस्टाग्राम को भी बंद करने का आदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री हसीना ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को आतंकवादी करार दिया है और जनता से सख्ती से निपटने की अपील की है।
ढाका में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों के चलते यातायात बाधित हुआ है। छात्रों और कामकाजी लोगों ने शाहबाग में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे शहर के बड़े हिस्से में जाम लग गया है। सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है।