उत्तराखंड के चारों धाम में इस बार तीर्थयात्रियों के आने के सभी पिछले कीर्तिमान टूट गए हैं। 10 मई से उत्तराखंड के चारों धाम की यात्रा शुरू हुई थी और पिछले 48 दिनों में तीर्थ यात्रियों के चार धाम आने का आंकड़ा 30 लाख के आसपास है।
अकेले केदारनाथ में तीर्थयात्री अब तक 10 लाख से ऊपर आ चुके हैं। यात्रा शुरू होने से पहले 5 दिनों में तीर्थयात्रियों की तादाद इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि सभी इंतजाम कम पड़ गए थे और तीर्थयात्रियों को चार धाम पहुंचने के लिए लंबे और थकाऊ जाम में फंसना पड़ा था।
राज्य सरकार को चार धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीयन पर रोक लगानी पड़ी थी। सरकार ने हालात सामान्य करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना कर और अधिकारियों की फौज चार धाम के रास्तों में उतारनी पड़ी।
अब भी चार धाम आने वाले तीर्थयात्रियों की तादाद कम नहीं हो रही है, परंतु पहले के मुकाबले कम है। अकेले केदारनाथ धाम में अब तक तीर्थयात्रियों की तादाद 10 लाख से ऊपर पहुंच गई है।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के मुताबिक, 22 जून तक केदारनाथ में आने वाले तीर्थयात्रियों की तादाद नौ लाख 54 हजार हो गई थी। और यह आंकड़ा अब तक 10 लाख पार कर चुका है।
जबकि बद्रीनाथ में आने वाले तीर्थयात्रियों की तादाद में 70 लाख के करीब है। पिछले साल पूरे सत्र में चार धाम में तीर्थयात्री 56 लाख के करीब आए थे। जबकि इस बार 48 दिन में ही चार धाम आने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 30 लाख के लगभग पहुंच गया है।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 22 जून तक नौ लाख की तादाद को पार कर गया था। इस बार चारधाम यात्रा शुरू हुए 48 दिन की अवधि बीत चुकी है और इस दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री दो धामों में पिछले साल के मुकाबले 6 फीसद और 2022 की तुलना करीब में सैंतीस फीसद अधिक यात्रियों का आना हुआ है।
10 मई को यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही इस बार 22 जून तक रिकार्ड तादाद में 9 लाख ग7 हजार 58 तीर्थ यात्री आ चुके थे। जबकि इन
दोनों धामों में यात्रा के शुरूआती चवालीस दिनों के भीतर 2022 में छह लाख नौ हजार 6। तथा 2023 में सात लाख 78 हजार 257 तीर्थयात्री पहुंचे थे।