आम आदमी पार्टी (आप) के संसद सदस्यों ने अपनी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का बहिष्कार किया। आप नेताओं ने कहा कि यह जांच एजेंसियों का सरासर दुरुपयोग है। आप सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी बहिष्कार किया और कहा कि राष्ट्रपति के प्रति हमारा पूरा सम्मान है लेकिन अभिभाषण सरकार द्वारा लिखा होता है, इसलिए हम इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहें। संसद परिसर में हुए इस प्रदर्शन में आप पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल शामिल नहीं हुई हालांकि वे गुरुवार को संसद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंची थीं। इस मामले में जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल की जमानत सर्वोच्च अदालत से मंजूर होनी थी और उनकी रिहाई की पूरी संभावना थी, उस समय उनको सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि ये तानाशाही का बहुत बड़ा उदाहरण है और प्रधानमंत्री को जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर बोलना चाहिए, इस पर रोक लगनी चाहिए और अरविंद केजरीवाल को रिहा किया जाना चाहिए। आज हम इसी मांग को लेकर यहां इकट्ठे हुए हैं, हम अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं और हम राष्ट्रपति का पूरा सम्मान करते हैं। लेकिन राष्ट्रपति का भाषण सरकार द्वारा लिखा गया भाषण होता है, उस सरकारी भाषण में वो लोकतंत्र की बड़ी-बड़ी बातें कहेंगी, सरकारी भाषण में वो संविधान की बड़ी-बड़ी बातें कहेंगी, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि पूरे देश में भारत के संविधान और लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।