अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी: पूरी घटना और मामले की जानकारी

घटना का विवरण

साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को हैदराबाद पुलिस ने 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई उनकी फिल्म ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की मौत के मामले में की गई। यह घटना 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में हुई थी, जब फिल्म देखने आई 32 वर्षीय महिला रेवती और उनका बेटा भीड़ में दब गए। इस भगदड़ में महिला की जान चली गई, जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ। महिला के पति ने इस मामले में अल्लू अर्जुन को दोषी ठहराते हुए कहा कि अगर उन्होंने और उनकी टीम ने पहले से सूचना दी होती तो इस हादसे को रोका जा सकता था।

4 दिसंबर की घटना

4 दिसंबर को संध्या थिएटर में ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग चल रही थी। उसी दौरान अल्लू अर्जुन बिना किसी सूचना के थिएटर पहुंचे। उनके पहुंचते ही भारी संख्या में मौजूद फैंस ने उन्हें देखने की कोशिश में भगदड़ मचा दी। भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे। इस भगदड़ में रेवती और उनका बेटा गंभीर रूप से दब गए। सांस घुटने के कारण रेवती को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया

अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उन्हें चिक्काडपल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनका बयान दर्ज किया गया। इसके बाद उन्हें उस्मानिया अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और फिर नामपल्ली कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

अल्लू अर्जुन पर लगे आरोप

पुलिस ने अल्लू अर्जुन के खिलाफ IPC की धारा 304(A) (गैर-इरादतन हत्या) और 118(1) (जानबूझकर चोट पहुंचाने) के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, BNS के सेक्शन 3(5) के तहत भी केस दर्ज किया गया है। ये सभी धाराएं गैर-जमानती हैं और इनमें 5 से 10 साल की सजा या आजीवन कारावास तक का प्रावधान है।

रेवती के परिवार का बयान

मृतक महिला रेवती के पति ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर अल्लू अर्जुन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर अल्लू अर्जुन और उनकी टीम ने पहले से अपने आने की सूचना पुलिस और थिएटर प्रबंधन को दी होती, तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के बाद सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसा कुछ न हो।

थिएटर प्रबंधन की लापरवाही

इस मामले में पुलिस ने थिएटर के मालिक संदीप, मैनेजर नागराजू, और बालकनी के सुपरवाइजर को भी गिरफ्तार किया। इन पर भीड़ नियंत्रण में लापरवाही बरतने का आरोप है। इन तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

अल्लू अर्जुन का बयान और मुआवजे की घोषणा

अल्लू अर्जुन ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतक के परिवार के लिए ₹25 लाख रुपये की मदद की घोषणा की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश साझा करते हुए कहा कि वह इस घटना से बहुत आहत हैं और हमेशा पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहेंगे।

आगे की कानूनी प्रक्रिया

इस मामले में अल्लू अर्जुन और अन्य आरोपियों की कानूनी समस्याएं बढ़ सकती हैं। उन पर लगे आरोप गंभीर हैं और दोषी पाए जाने पर उन्हें लंबे समय तक जेल की सजा हो सकती है। यह घटना सुरक्षा मानकों और आयोजनों के दौरान जिम्मेदारी को लेकर भी सवाल खड़े करती है।