धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

धनतेरस का पर्व दिवाली का आरंभिक दिन होता है, जो कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी का पूजन करने का विशेष महत्व है। इस दिन को स्वास्थ्य, संपत्ति, और समृद्धि के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है, और यह मान्यता है कि प्रदोष काल में इनकी पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

धनतेरस पर खरीदारी का शुभ समय

धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन, मंगलवार सुबह 10:32 बजे से शुरू हो जाएगा। धनतेरस पर अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:42 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक रहेगा, इस समय में कोई भी मूल्यवान वस्त्र, आभूषण, सोना-चांदी और बर्तन खरीदना शुभ माना गया है।

धनतेरस पर पूजा का प्रदोष काल मुहूर्त

धनतेरस पर पूजा करने का सर्वश्रेष्ठ समय प्रदोष काल में होता है, जो इस बार शाम को 6:36 बजे से लेकर 8:32 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त में धनवंतरी, कुबेर और लक्ष्मी जी की पूजा करने से जीवन में स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और संपत्ति का वास होता है।

धनतेरस पर शाम को क्या करें

धनतेरस के दिन प्रदोष व्यापिनी तिथि में यमदेवता का ध्यान कर मुख्य दरवाजे पर दक्षिण दिशा में दीप जलाने का विधान है। परिवार की लंबी आयु और आरोग्यता की कामना से प्रदोष काल में “ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः” मंत्र का जाप करें और पूजन करें। इससे परिवार में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य का वातावरण बना रहता है।

डिस्क्लेमर: इस जानकारी को सांकेतिक रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसे अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।