स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। उन्होंने ‘इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया’ (आइएस) से जुड़े एक आतंकवादी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आतंकी की पहचान दिल्ली के दरियागंज निवासी रिजवान अली (29) के रूप में हुई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने रिजवान पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि रिजवान अली, जो कि आइएस के माड्यूल के तौर पर काम कर रहा था, गंगा बख्श मार्ग, बायोडायर्वसिटी पार्क के पास आने वाला है। गुरुवार रात करीब 11:00 बजे स्पेशल सेल की टीम ने रिजवान को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद संक्षिप्त मुठभेड़ में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
कट्टरपंथी विचारधारा और आइएस से जुड़ाव रिजवान अली का झुकाव 2015-16 में सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरपंथी विचारधारा की ओर हुआ। 2017 में वह झारखंड के शाहनवाज से मिला, जो दिल्ली के शाहीन बाग में पढ़ाई कर रहा था। दोनों ने मिलकर हिजरत के लिए धन इकट्ठा करने की योजना बनाई और इस दौरान वे अपराधों में शामिल हो गए। 2018 में रिजवान सोशल मीडिया पर आइएस के हैंडलर से जुड़ा और इसके बाद उसने आइईडी (विस्फोटक उपकरण) बनाने के लिए सामग्री जुटाना शुरू कर दिया।
पिछले साल से फरार 2023 में एनआइए ने आइएस नेटवर्क पर काम करते हुए कई सुराग जुटाए, जिसमें पाया गया कि इस गिरोह के तार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और महाराष्ट्र से जुड़े हैं। इसी दौरान जुलाई 2023 में इमरान खान और यूनुस साकी नामक दो आइएस गुर्गों को पुणे से गिरफ्तार किया गया। हालांकि, रिजवान और शाहनवाज फरार हो गए थे। शाहनवाज को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन रिजवान अब तक कानून की पहुंच से बाहर था।
एनआइए की सक्रियता एनआइए ने फरार आतंकवादियों रिजवान अली और शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी पर 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। इसी बीच, 2 अक्टूबर 2023 को शाहनवाज आलम को दिल्ली पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ ने जैतपुर एक्सटेंशन से गिरफ्तार कर लिया। अब रिजवान की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।
इस गिरफ्तारी से स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में संभावित आतंकी हमले की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता से देश की सुरक्षा को एक बड़ा बल मिला है।