मुंबई में BMC की नई अंडरग्राउंड वॉटर टनल परियोजना

BMC's new underground water tunnel project in Mumbai
BMC’s new underground water tunnel project in Mumbai

मुंबई में जलापूर्ति को बेहतर बनाने के लिए BMC ने एक महत्वाकांक्षी अंडरग्राउंड वॉटर टनल परियोजना की शुरुआत की है। यह परियोजना ठाणे के येवई जलाशय से लेकर मुलुंड तक 21 किलोमीटर लंबी टनल बनाएगी। इसकी लागत लगभग 5500 करोड़ रुपये होगी और इसका काम अक्टूबर से शुरू होगा।

परियोजना की विशेषताएँ

1. दो चरणों में निर्माण: परियोजना को दो चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में येवई जलाशय से कशेली (भिवंडी) तक 14 किलोमीटर और दूसरे चरण में कशेली से मुलुंड तक 7 किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी। हालांकि, दूसरे चरण का काम पहले पूरा किया जाएगा।

2. टनल का निर्माण: टनल का व्यास 16.65 मीटर होगा और यह 128 से 134 मीटर जमीन के नीचे बनाई जाएगी। इसके निर्माण में टीबीएम (टनल बॉरिंग मशीन) का उपयोग किया जाएगा।

3. कार्य का समय: परियोजना का काम अक्टूबर से शुरू होगा और इसे पूरा होने में 6 से 7 साल लग सकते हैं।

पानी की आपूर्ति और सुरक्षा

1. पाइपलाइन की सुरक्षा: मुंबई को नाशिक और ठाणे के जलाशयों से पाइपलाइन के जरिए प्रतिदिन पानी की आपूर्ति की जाती है। लेकिन पाइपलाइन की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन चुका है, जिसमें बार-बार लीकेज और चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं।

2. अंडरग्राउंड टनल का लाभ: नई अंडरग्राउंड टनल बनने से पाइपलाइन में लीकेज और चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। यह टनल पानी की आपूर्ति की सुरक्षा को बेहतर बनाएगी और मुंबई-नासिक एक्सप्रेस-वे के चौड़ीकरण के कारण जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था को भी सुनिश्चित करेगी।

भविष्य की योजना

1. मौजूदा परियोजनाएं: BMC घाटकोपर से अमरमहल (चेंबूर) और वडाला से परेल के बीच एक और वॉटर टनल पर भी काम कर रही है, जो कि अंतिम चरण में है और 110 मीटर नीचे बनाई जा रही है।

2. लंबी अवधि की योजना: BMC का मानना है कि अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से पानी की आपूर्ति की मौजूदा समस्याओं को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। यह योजना मुंबई की बढ़ती जनसंख्या और भविष्य की पानी की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।

BMC का यह कदम मुंबई में पानी की आपूर्ति और उसकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है और इससे शहरवासियों को बेहतर जलापूर्ति मिल सकेगी।

News by Hindi Patrika